12 JUN 2020 AT 20:48

हर बार गिरकर संभलने की
बस मन में चाहत हो अगर
जीवन में कुछ कर गुजरने की

गिर गिरकर जो चोट खाता
संभलकर चलना सीख जाता
किसी मुश्किल से घबराता नहीं
फिर वो आगे बढ़ता चला जाता

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