5 DEC 2020 AT 16:24

हो सकता है जीवन में कभी बात बन जाए
हम दोनों की फिर कहीं मुलाकात हो जाए
पहचानों न तुम मुझे दूर से किनारा कर लो
मैं तुमसे कुछ कहूँ और तुम अनसुना कर दो
भुला दो तुम इन लम्हों को जो साथ गुजारें हैं
मुझे अपने दिल से उम्र भर को जुदा कर दो
न देखो मेरी तरफ नजर मिलाने से परहेज करो
मैं तुमसे सहारा मांगू और तुम बेसहारा कर दो
यादें तो रहेंगी मन में मधुर लम्हों को समेटे
मै चाहूँ आना पास तुम दूर जाने का इशारा कर दो

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