हमसफर बनकर चलोगे तो सफर आसानी से कट जाएगा
कोई गम मिल भी गया तो आपस में आधा आधा बंट जाएगा
न होगा कोई शिकवा कभी हमसे आज ये वादा हमारा है
एक दूसरे का होगा साथ तो वक्त बातों में ही गुजर जाएगा
देखो मेरी आंखों में शायद तुम्हें अपना अक्स नजर आए
रहोगे तुम अगर साथ तो हमारा मुकद्दर भी बदल जाएगा
लोग समझते कि फंसे हम भंवर में तो अब निकल न पाएंगे
तुम चलोगे हमकदम बनकर तो बुरा वक्त भी निकल जाएगा
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