घिरे हो गमों से फिर भी हंसते हंसाते रहो
कांटों में खिले गुलाब सा मुस्कराते रहो
बस में नहीं कुछ भी फिर किस बात का गम
जीवन को मधुर गीत सा गुनगुनाते रहो
सांसो का काफिला चल रहा है जब तक
हौसले की शमां को अनवरत जलाते रहो
उम्मीद कायम रखो कि नई राहें बनाएंगे हम
जिंदगी कैसी भी हो इसे खुशी से बिताते रहो-
3 DEC 2020 AT 11:50