दूर जाते हुए मैं उसे बस देखता रहा
उससे दूर होने की पीड़ा झेलता रहा
मैं चाहता था वो पीछे मुड़ कर देखे
उसने देखा नहीं और आगे बढ़ता रहा
कितनी वेदना थी उससे बिछड़ने की
दिल इसे धड़कते हुए सहता रहा
प्रियजन से दूर होना कितना कष्ट देता है
इस बात का अहसास दिल करता रहा-
12 FEB 2020 AT 20:27