5 AUG 2020 AT 10:38

दर्द दिल का तुम मेरे एक नजर से ही जान जाते
अगर कुछ पल ठहर कर मेरी निगाहों में झांक पाते
तुम्हे अहसास हो जाता मेरे मन में छिपे गम का
तब तुम छोड़ कर मुझको कभी भी दूर न जाते
कितने दिन रात हमने इन अंधेरो में गुजारें हैं
काश तुम बनकर जुगनू राह हमको दिखा पाते
बेबस हो गए थे हम इस कदर गम के आगे
कोशिश करते मुस्कराने की तो आंसू छलक आते
बड़ी मुश्किल से खुद को इस मुकाम पर ले आए हैं
तुम जो पहले मिल गए होते तो इतनी चोट न खाते

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