देखता हूँ तुम्हे अक्सर मैं अपने दिल के आंगन में
घूमता हूँ जी भर के तुम्हारे संग इस उपवन में
ख्यालों में तुम ही तुम हो बहार जीवन में है तुमसे
जी करता भीगने को तुम संग बारिश के मौसम में
तुम्हारी यादों को दिल में लिए हम जी रहे अब तक
तुम्हें महसूस करते हर पल अपने दिल की धड़कन में
गुजारिश है मेरी तुमसे ख्वाब में आते ही रहना
देख कर तुमको ख्वाबों में काट लेंगे दिन जीवन के
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12 AUG 2020 AT 14:50