देखा जब मैंने उसको तो विश्वास न मुझको हो पाया
नजर से जब मिली नजर तब दिल को मेरे यकीन आया
उसने जब माथा चूम लिया लेकर मुझको बांहों में
अतीत का सारा मंजर मेरी आंखों में उभर आया
जाने कितने बरसों के बिछड़े हम आज यहाँ मिल पाए
एक दूसरे को देखकर दिल आज खुशी से भर आया
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