चोटी पे पहुँच कर कोई देर तक ठहर नहीं सकता
कितनी भी कर ले कोई कोशिश ताउम्र रह नहीं सकता
हर कोई चाहता जग में ,शीर्ष पर खुद को पहुंचाना
जब तक कोई है उस जगह ,दूसरा पहुँच नहीं सकता
रास्ते हैं बड़े मुश्किल शिखर तक पहुँच पाने के
हर कोई इन रास्तों से सहज ही गुजर नहीं सकता
मार्ग में कांटे, फिसलन और कड़ी प्रतिस्पर्धा है रहती
हर कोई इनसे लड़कर ,जीत हासिल कर नहीं सकता-
4 AUG 2020 AT 11:52