24 APR 2020 AT 10:52

भूल जा जमाने को खुद से प्यार कर
गम वो परछाईं है जो रहती सदा साथ
खुशियाँ तो यदा कदा आती हमारे पास
गम के समंदर में खुशी हैं मोती की तरह
लहरों के साथ जूझने खुद को तैयार कर
दर्द को झेल कर हर हाल में जीना सीख ले
किसी के सामने कभी दुख का न इजहार कर


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