14 SEP 2020 AT 21:30

बदलना वो न चाहें तो जरा हम ही बदल जाएं
अगर वो आना न चाहें तो हम ही पास चले जाएं
शिकवा है अगर हमसे तो हम उनको मना लेंगे
बस उनसे ये गुजारिश है नजर के सामने तो आएं
हमें उम्मीद है इतनी कि वो खफा हमसे न फिर होंगे
हमारे दिल के आंगन में बस वो एक बार चले आएं

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