बड़े जतन से रखता हूँ मैं अपने आंसुओं को
हर पल तेरी यादों को ये आंखों में लिए रहते हैं
बढ़ जाती है जब तड़प बेइंतहा मेरे दिल की
ये सैलाब बनकर आंखों से निकल पड़ते हैं-
26 APR 2020 AT 19:18
बड़े जतन से रखता हूँ मैं अपने आंसुओं को
हर पल तेरी यादों को ये आंखों में लिए रहते हैं
बढ़ जाती है जब तड़प बेइंतहा मेरे दिल की
ये सैलाब बनकर आंखों से निकल पड़ते हैं-