अब वो बात कहाँ जो कभी इन गलियों में हुआ करती थी बीत गए वो जमाने जब यहाँ चहल पहल हुआ करती थी -
अब वो बात कहाँ जो कभी इन गलियों में हुआ करती थी बीत गए वो जमाने जब यहाँ चहल पहल हुआ करती थी
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