31 MAR 2021 AT 22:48

अब सामने नहीं आते हो
कभी दिखते थे सुबह शाम
अब हमसे नजर छुपाते हो
गौर से देखो तो सही जहाँ को
कितना कुछ बदल गया है
अपने आप को परखने से
तुम इतना क्यों घबराते हो

-