20 MAR 2020 AT 11:10

आदमी आदमी से कितना डर रहा है
एक दूसरे से बचकर निकल रहा है
मौत का खौफ छाया है इस कदर
एक दूसरे पर वो शक कर रहा है
दूरियाँ तो पहले ही कम न थी यहाँ
ये फासला अब और आगे बढ़ रहा है
जाने कौन अपना अजनबी हो गया
देख कर आदमी का दिल दहल रहा है
पहले भी मुखौटे कम नहीं थे यहाँ
अब खुद को छुपाने का दौर चल रहा है

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