निराशाओं की भीड़ में,
आशाएं बुन रहा हूं,
मैं रोने की चाहत में,
मुस्कुराहट ढूंढ रहा हूं।
कोशिशें बरकरार है,
थकावट छुपा रहा हूं,
मैं सहमा हूं विफलताओं से,
ओझल हूं पर जीत ढूंढ रहा हूं।।-
#cule
सहमा हुआ आज भी हूं,
तेरे बिना जीने का सोचकर,
ख्यालों में तेरा जिक्र भी है,
भुला हूं उनको तुझे जानकर,
सब तेरी चाहतों का ख्याल कर,
बेशक है तुझसे कोसों की दूरी,
पल भर तेरे पास जाना चाहूं,
खोज कर कोई न कोई मजबूरी,
तुझसे बोलना बात करना,
अब ख्वाब ही हैं मेरे,
तुझे पास जी भर के देखूं,
सब कुछ हाथ में है तेरे,
अब मैं बस कर दूंगा,
तेरे लिए जीना मेरा,
जवाब भी नहीं जरूरी तुझको,
बस तेरे लिए मरना ।।-
संभल सकता हूं मैं आज भी,
पर गिर जाने पर तुझे याद आएगी,
में चाहूं तो रोक सकता हूं खुद को,
पर तेरे करीब जाने पे तू सुन पाएगी,
देखना भूल सा गया हूं खुद को,
उम्मीद है तू मुझको देख पाएगी,
अब इंतजार करना ठीक तो नहीं मेरा,
शायद मेरी ज़िद्द को तू टाल पाएगी,
पर करूंगा मैं ख्याल तेरा,
ख्वाब ही सही पर तू मेरे बाहों में खुद को पाएगी।।-
I search for you,
In this sea of nothingness,
Just to get a hold of you,
Amongst the randomness.
Almost suffocating,
This much effort,
Hurts like hell,
Without the comfort,
Sweet soft touches,
Which I always miss,
That's still ok though,
But my perfect kiss,
I know it ain't enough,
Me being without you,
But it's still like this,
Maybe your love's still due.-
आखिरी बार देखने की ख्वाहिश में,
मैं तुझे पाने की चाहत भूल गया।-
अकेलेपन का साथ ही जिंदगी है मेरी,
कम से कम अकेलेपन ने अकेला न छोड़ा।।-
रुकावटों से क्यों विचलित होते हो,
डर तो निरंतरता का है हमे,
तुम घृणा समाप्त होने से डरते हो,
घृणा पूर्ण न होने की चिंता है हमे।।-
माना,
तुम खफा हो,
गलतियां हुई हैं मुझसे,
गलतियां जिनको कोई जोड़ नहीं,
पर उनके दर्द से मैं भी दूर नहीं,
अब माफी की चाहत भी नहीं,
यकीनन देर हो चुकी है,
वापस इश्क निभाने में,-