जब मैं खो गया था तब आपने मेरा मार्गदर्शन किया था जब मैं कमजोर था तो आपने मेरा साथ दिया आपने मुझे पूरी तरह से प्रबुद्ध किया है आज मैं जो कुछ भी हूं, सिर्फ आपकी वजह से हूं, मेरे शिक्षक। धन्यवाद। अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं
एक मेरी दोस्त थी जिससे मेरी रोज बाते होती थी जिस दिन बात ना हो उस दिन मुझे नींद नही आती थी ऐसे ही बाते होती रही और मुझे उससे प्यार हो गया मैने उसे बताना चाहा और बताया भी उसने सीधे लफ्जो में मना कर दिया पर उसने कहा "इन सब का क्या मतलब है" बस बात खत्म अब मतलब बीच में हो तो वहा प्यार कैसा फिर मैने भी मतलबी लोगो से वास्ता रखना बंद कर दिया।
उसने तो बहुत आसानी से कह दिया, कि "राजीव अब कन्ही और मन लगा लो" मैनें भी हां कह दिया। जबकि उसको पता है, राजीव का मन ,उसका दिल,उसका सुख ,उसका दुख तो वो खुद वही है। तो अब मैं कैसे क्न्ही और मन लगा लू।