.........."राज"...........
दो वजहों से मैं लोगों पर भरोसा नहीं करता
या तो मैं उन्हें जानता नहीं या फिर वो मुझको अच्छे से जानता ।।-
.........."राज"...........
आप स्वयं पर संदेह कर रहे है
जबकि अन्य लोग आपकी क्षमता से डरे हुए है।।-
.........."राज"..........
वक्त ने सब कुछ सिखाया है मुझको
बस दुःख इस बात का है कि वक्त पर नहीं सिखाया।।-
.........."राज"..........
जब मेरे मन को कुछ ना भाये
और ये दिल बेचैन हो जाये
तब सिर्फ एक ही उपाय
'ॐ नमः शिवाय'।।-
.........."राज"..........
मैं सूरज के साथ रहकर भी अदब नहीं भूला
लोग तो जुगनू का साथ पाकर मगरूर हो गये।।-
..........."राज"...........
जिंदगी में कुछ रास्ते
सब्र के होते हैं और कुछ सबक के
आप बताओ आपको क्या मिला।।-
..........."राज"............
ये कामयाब होने की मेरी ऊँची उड़ान
मेरी हर पसंदीदा चीज का त्याग मांग रहीं है।।-
........."राज".........
मोहब्बत दो लोगों के बीच का नशा है
जिसे पहले होश आ जाए बस वो ही बेवफ़ा है।।-
.........."राज"..........
एक उम्र वो थी कि जब मुझको जादू में भी यक़ीन था
और एक उम्र ये है कि मुझे अब हक़ीक़त पर भी शक़ है।।-
.........."राज"...........
अब खोने के लिए मेरी जिंदगी में कुछ नहीं है
अब मैं आखिरी दाँव खुद पर खेलूँगा।।-