Rajeev Kaushal   (Rajeev Kaushal)
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Joined 6 December 2017


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5 APR 2023 AT 21:34

My Life / Your Life - Only MY RULES.

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7 MAR 2023 AT 21:46

धीरे धीरे मचल ऐ दिले बेक़रार,
कोई आता है.....
यूं तड़प के ना तड़पा, मुझे बार बार,
कोई आता है।
रूठ के पहले जी भर सताऊंगी मैं,
जब मनाएंगे वो मान जाऊंगी मैं।
दिल पे रहता है, ऐसे में, कब इख़्तियार,
कोई आता है...
दिल मेरे करने दे, मुझको सोलह श्रृंगार,
कोई आता है।
धीरे धीरे मचल.....

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25 FEB 2023 AT 22:16

यूं तो तेरी मांग में सिंदूर का सिर्फ़ लाल रंग भरा था मैंने,
पर तूने तो मेरी सूनी ज़िंदगी में बिना किसी रंग के ही,
सारे के सारे रंग भर दिए।

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3 FEB 2023 AT 13:13

मेरे दिल का पता, तुम्हें किसने दिया?
क्या तुम भी अकेले थे मेरी तरह?
जानम, जानम, ओ जानम, मेरी जानम।
तेरे दिल का पता, मेरे दिल ने दिया।
हाँ, हम भी अकेले थे, तेरी तरह।
जानम, जानम, ओ जानम, मेरे जानम।
मैं अकेला जी रहा था, जीवन बेइरादा था।
ना किसी से थी मोहब्बत, ना कोई भी वादा था।
तुम मेरी राह में, जाने कब आ गए,
क्या तुम भी अकेले थे मेरी तरह?
जानम, जानम, ओ जानम, मेरी जानम।
जिंदगी के ये हसीं पल, बस यूँ ही गुज़र जाते।
और कुछ दिन जो तुम्हें हम, ना मिलते तो मर जाते।
वादा ये है मेरा, तुमसे क्या है छुपा,
हाँ, हम भी अकेले थे, तेरी तरह।
जानम, जानम, ओ जानम, मेरे जानम।
तेरे दिल का पता, मेरे दिल ने दिया।
हाँ, हम भी अकेले थे, तेरी तरह।
जानम, जानम, ओ जानम, मेरे जानम।

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21 JAN 2023 AT 15:36

ओ पावन प्रियसी मेरी,
तेरे चारु चेहरे पे हया की,
सौम्य सुर्खी मृदु लाल है।
सोने पे सुहागा ये है कि,
तेरे बदन की महक चुराता,
तेरा ये परिधान भी लाल है।
तेरे शर्म से सिले लबों की,
रंगत भी गुड़हल सी लाल है।
इंतज़ार है, तो बस उस पल का,
जब तू लाल जोड़े में लिपटी,
लाल बिंदी, लाल चूड़ियों,आलता से,
लाल सिंदूर से अलंकृत अनघ,
मेरे प्रेम के लाल रंग की बारिश से,
अपने बदन से लेकर आत्मा तक,
लाल, गुलाबी रंग चुकी होगी,
सांसें तेरी, धड़कनें तेरी भागतीं,
आँख आनंदमयी हया से झुकी होगी।

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21 JAN 2023 AT 15:20

I found out that the ONE, that SPECIAL ONE, I was surreptitiously busy finding day and night had already found me as her SPECIAL ONE...

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20 JAN 2023 AT 19:37

युग्म होगा जब मेरे बदन से तेरा बदन,
ले जाएगा चंद्रमा के पार ये मधु मिलन।
हो जाएंगी तृप्त दो तृष्णामयी आत्माएं,
एक की प्रेमाग्नी से बुझेगी जब दूजे की प्रेम अगन।

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19 JAN 2023 AT 20:02

तन्हा बेक़रार रात का,
सितारों की बारात का,
जैसे मैं तेरा साथी हूं,
साथी हूं तेरे जज़्बात का,
तेरे दिन और रात का।
साथी हूं मैं तेरा चांद सा,
चांदनी मेरी है तेरे नूर से।
मोहक रूप तेरा, यौवन तेरा,
बदन की चंदन सी महक तेरी,
निश्छल प्रेम तेरा मेरे लिए है,
चारु चांदनी रात की सौगात सा।

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16 JAN 2023 AT 14:53

मनु, मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ तेरा हूं,
मैं ख़ुद को अब तेरे सिवा कभी,
किसी और से बांट नहीं सकता।
क्योंकि मैं अब राजीव नहीं बल्कि,
मनु का राजीव हूं, *मनजीव* हूं।
अब अगर हवा भी तेरे बदन को,
बिना मेरी इजाज़त के छू गई तो,
मुझे एतराज़ होगा, क्योंकि अब तू,
सिर्फ़ मेरी है, सिर्फ़👥💕💞मेरी।
मैं तो सदा से तेरा ही था, तेरा ही हूं,
तेरा ही रहूंगा, हर जन्म, जन्मों तक।
कर ना तू अपनी आंखें नम,
तेरा हर ग़म, अब मेरा ग़म।
जन्म जन्म के साथी हैं हम,
दीपक और बाती हैं हम।

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27 DEC 2022 AT 17:42

रचेगा राजीव,
बस तेरे संग।
हो जाएगा वो,
और भी गहरा,
जब मिलेगा,
मेरे अंग अंग से,
तेरा अंग अंग।
प्यारे हैं मुझको
तेरी हर अदा,
तेरा हर ढंग।
चढ़ गया है,
मुझ पर पिया,
तेरा ही एक रंग।
पाया है तुझे,
लड़ कर के,
जीवन जंग।
प्यासी हूं जन्मों से,
तेरी, है प्यार मेरा,
मदमस्त,मलंग।

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