सोचा शुक्रिया कह दूँ
पर, मुझे पता है
उम्मीद के जो शब्द आपने मेरे जिंदगी में आज बिखेरे हैं,
वो केवल शुक्रिया से पूरा नहीं होता.
बस इतना कहुँगा
आपका उम्मीद जो मेरे जीवन के नये साल का है,
वो आगे आपके उम्मीद पर खड़ा उतरेगा...
शुक्रिया मेरे तमाम दोस्त, साथी और गुरूजन...
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