Rajeev Jain   (Dr. Rajeev ' Sagari ')
37 Followers · 23 Following

read more
Joined 22 July 2023


read more
Joined 22 July 2023
17 APR AT 14:33

कुछ ख़ला रह जाएगा
सब पड़ा रह जाएगा

कहता कुछ कोई नहीं
खुद पता हो जाएगा

ज़ख्म भर तो जायेंगे
दर्द कुछ रह जाएगा

लोग हैं कब तक यहाँ
रिक्त सब रह जायेगा

छीन लोगे पर अगर
उड़ कहाँ वो जायेगा

नजरें चाहें कम मिलें
एक सिला रह जायेगा

कितना भी सीधा करो
सल कहीं रह जायेगा,

आज कितना भी अलग
कल मिला रह जाएगा

बाप की तुलना में तो
एक बिता रह जायेगा

कुछ न कुछ ऐसा यहाँ
रह अधूरा जायेगा

जाते जाते बूढ़ा पेड़
लकड़ियां दे जाएगा

घर भला खाली सही
एक पता रह जायेगा

डोर जितनी साट लो
एक सिरा रह जायेगा

इक सहर वो भी बदी
खुद विदा हो जाएगा

-


4 APR AT 20:56

आया तूफ़ां तो कोई नहीं बच पाएगा
बुलंदी पर कोई ज्यादा नहीं टिक पाएगा

साया खुद का ही नहीं बचता अंधेरा होते
बेजा सोचता है तू हमेशा बच जाएगा

कोई भी लाज़िमी नहीँ है यहाँ इतना भी
छूटे कई पर जीवन आगे बढ़ जाएगा

ये रंग मंच है जो ये दुनिया दिखती है
सारे नज़ारे रहेंगे तू कहीं खो जाएगा

22 22 22 22 22

-


2 APR AT 23:28




दुनिया को दुनिया बनाया जाए
टूटा घर फिर से सजाया जाए

साथ देने यहां कोई नहीं आता
अपना साथ खुद निभाया जाए

बहुत हो चुका सफर जमाने का
अपने घर भी लौट के आया जाए

भगवान बहुत बन चुके जमाने में
अब कुछ इंसानों को बनाया जाए

इतना आगे आ गए गांव से अब
बापिस जाते रास्तों को मिटाया जाए

डॉ राजीव "सागरी"

-


2 APR AT 23:19






वैसे भी यहां किसी से बनी तो नहीं है

-


25 MAR AT 23:31





चाहत नहीं दुनियां में मैं जाना जाऊं
नहीं सबसे बेहतर मैं आंका जाऊं

मैं अपना काम ही बेहतर कर लूं
ना कि मैं अपने भाषणों से जाना जाऊं

डॉ राजीव "सागरी"

-


23 MAR AT 20:35






ख्वाहिश समन्दर की हासिल कतरा भी नहीं
हसरतें तमाम रहीं पर मिला तो जरा भी नहीं
चले गए एक दिन क्या हुआ कुछ कहा भी नहीं


-


19 MAR AT 18:26




दिल का फरेब ही तो है और क्या है
कोई किसी को इस तरह मिला क्या है

सब ही अपने रास्ते चले जाएंगे
जिंदगी के मेले में अपना बचा क्या है

डॉ राजीव "सागरी"

-


19 MAR AT 18:01



मिले थे हम कभी एक मोड़ पर
कई निशान पड़े हैं एक मोड़ पर

अब नहीं आते भूले से वहां पर
वादे किए मिलने के एक मोड़ पर

सारी तमन्नाएं सिमट जाएंगी वहां
छूट जाएंगे बंधन सभी एक मोड़ पर

मिलेंगे हम जरूर बिछड़ने के बाद
दो रहें जैसे मिलती है एक मोड़ पर

डॉ राजीव "सागरी"

-


19 MAR AT 17:51





अरमान निकल न जाएं बादल के जैसे

-


12 MAR AT 12:56






मेरे होने का एहसास कराया है मुझ को

-


Fetching Rajeev Jain Quotes