चिडियो की तरह चहक जाता हूँ,
तेरे हिस्से में आऊ तो बहक जाता हूँ।
तुझे इन आँखों से छूकर, सच कहूँ,
मैं इत्र की तरह महक जाता हूँ।।-
हर मोड़ पर वो उससे ख़फ़ा मिली है,
ये नए दौर में सबको हर दफा मिली है।
कुछ पल का साथ, फिर छोड़ जाते है,
भला मोहब्बत में कहां वफ़ा मिली है।।-
नज़र भरकर देखो मुझे, तो नजारा हो जाऊंगा,
मैं ओस की बूंदो की तरह आवारा हो जाऊंगा।
लड़खड़ा रहा हूँ जिंदगी में, बैसाखी के बिना,
गर संभाला तुमने, तो मैं तुम्हारा हो जाऊंगा।।-
दुनिया में मेरी आज जो इतनी
दौलत, शोहरत और इज्जत है,
वो मेरे पापा के बदौलत है।-
खुद से मिलने को जब भी तरसता हूँ,
मैं बिन बादल सब पर बेइंतहा बरसता हूँ।
एकांत का भी देहांत हो जाता है, मैं
जब सांप की तरह अंधेरों से लिपटता हूँ।
जो एक बार पा लूं खुद को आईने में,
एक नई लौ बनकर फिर से धधकता हूँ।
जब तक युद्ध में विजयी का डंका ना पीट लूं,
मैं मेरे दिल में कुछ ज्यादा ही तेजी से धड़कता हूँ।।-
नज़र भर कर देखा है, मैंने अपने कल को,
ये तकलीफ भरा वक़्त, बस आज ही का है।
मिट्टी में मिलना या मिट्टी में मिला देना,
ये खेल तो महज बस ताज़ ही का है।
नादाँ चिडियो के बस का नहीं, उड़ान भरना यारो,
बेशक ये आसमां तो बस बाज़ ही का है।।-
मेरी हर श्वास में तुम बसें हो,
कैसे याद रखूं तुम्हें मैं,
जब कभी तुम्हें मैं भूल ही नहीं पाता।-
दूर होकर हर गम छुपा लेता हूँ,
तुझसे मिलता हूँ तो मुस्कुरा लेता हूँ।
हर कांटे फूल की तरह कोमल हो जाते है,
प्यार से तुझे जब गले लगा लेता हूँ।
मुश्किल दौर से गुजरते वक्त तेरा स्मरण करू तो,
मैं क़ामयाबी को हॅसते हुये रिझा लेता हूँ।
हर युद्ध से लड़ने की तरकीब आ जाती है,
आँख बंद कर बाबा जब तुझे पुकार लेता हूँ।-
अजीब लत है ये तेरी मोहब्बत की,
दीदार किये बिना सवेरा नहीं होता।
शामे कटने का नाम नहीं लेती,
आँखों में रात का बसेरा नहीं होता।
तुझमे उलझ कर मैं सुलझ जाता हूँ,
तुझमें होकर मैं मेरा नहीं होता।
तुझसे प्रेम इतना कि हर जगह तू ही दिखता है,
तेरे साथ होता हूँ तो वक़्त मेरा ज़ाया नहीं होता।।-
तुमसे मिलने को तरस रही है आँखें,
क्यों बार बार नजरें चुरा रहे है आप।
हर बार मैं ही याद कर रहा हूँ आपको,
इस मोहब्बत को एकतरफा बना रहे है आप।
अकेले ही कट रही है जिंदगी #राज़ी,
कदम से कदम क्यों नहीं मिला रहे है आप।
जुगनूओ के सहारे रोशनी नसीब हो रही है,
इस अंधकार को क्यों नहीं मिटा रहे है आप।
इस रात में बस मैं ही हूँ शामिल, यारा,
सच कहूँ तो बेहद याद आ रहे है आप।-