कुछ बातें सबको नहीं बताते हम,
क्योंकी उनको हम सा सहने की ताकत नहीं..
अपना दुःख हसी में जताते नहीं हम,
क्योंकी उनको अकेले रहने की आदत नहीं..
जिन बातों ने आंखों को किया नम,
उन लम्हों पर खुदा से हमे शिकायत नहीं..
माना था सबका भला करने चले हम,
जो हुआ उसके बाद दिल में कोई हसरत नहीं..
इंतजार करेंगे हमारे आखरी पल का हम,
क्योंकी ज़िंदा रहना कुदरत की हकीकत नहीं..
किसी से तुलनीय नहीं हो सकते कभी हम,
क्योंकी आपके लिए किसी में हम जितनी इबादत नहीं..!
-