तुम दुर्गा अपरम्पार प्रिये,
मे मृत्युंजय का हार हु!
तुम हो सौलाह श्रृंगार प्रिये
मे नाग गले मे डाला हूं !
तेरे नौ - नौ रूप प्रिये ,
मे खुद मे समा संसार हूं !
तुम उमा मेरी संगनी, मे ही तो तेरा हाथ हूँ
सौ नाम पुकारे जग मेरा, मे तेरा भोलेनाथ हूँ 🕉️🔱
#Happy Mahashivratri-
I love to write shayri...
My shayri is not for anyone..... read more
ये उम्र बढ़ने के बजाय, घट जाती तो क्या बात थी..
बेपरवाह रहकर भी मंजिल मिल जाती, तो क्या बात थी...🙂
हालात ए संघर्ष पर भी शिकस्त ही मिली..😔 इस से अच्छा तो,
जिंदगी माँ की गोद में कट जाती तो क्या बात थी ❤️-
नूर का झरना हो तुम, इश्क का दरिया भी तुम !
मेरी आंखों में चमकती रोशनी सी तुम,
पलकों से होठों तक की राह में, मेरी सांसों की मंजिल भी तुम..!!
लहरों में बहती चांदनी सी तुम,
सुकून से भरी रागनी हो तुम
और हां, और हाँ... सुनो...!!
गहने,कंगन, झुमके यूं ही पहन के रखती हो...
गहने,कंगन, झुमके यूं ही पहन के रखती हो...
दीदार मेरी नजरों से करो, तुम इनके बिना भी दुल्हन बन सकती हो...-
ME- Coding sleeping😴 hours in billable time (company timesheet)
Le me to sharam --
मुझे उदास कर गए हो, खुश रहो
मुझे उदास कर गए हो, खुश रहो
मेरे मिजाज पर गए हो खुश रहो..!!
मेरे लिए ना रुक सके तो क्या हुआ,
जहां कहीं ठहर गए हो, खुश रहो
उदास हो किसी की बेवफाई पर
उदास हो किसी की बेवफाई पर
वफ़ा कहीं तो कर गए हो, खुश रहो
किसी की जिंदगी बनो कि बंदगी
किसी की जिंदगी बनो कि बंदगी...!!
मेरे लिए तो मर गए हो 💔-
इजहार ए इश्क है, नज़मों को परोसा जाए
आंखों के प्याले से, गज़लो को परोसा जाए
महफिल में आशिक हैं,सभी मतवाले
महफिल में आशिक हैं,सभी मतवाले
दिल मेरा खाली है लफ्ज़ो को परोसा जाए
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तुम चले जाओगे
पर थोड़ा सा यहां भी रह जाओगे
जैसे स रह जाती हैं
पहली बारिश के बाद
हवा में धरती की सौंधी सी गंध
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