Raj Singh Arun   (राज सिंह अरुण)
39 Followers · 45 Following

Weitter
Joined 18 October 2019


Weitter
Joined 18 October 2019
26 JUN 2021 AT 20:40

हाँ तन्हाइयों में अकेले जी लेता हूँ ,
उठाता हूँ कप और अकेले पी लेता है ।।
हर बार की तरह हर बार दर्द होता है ,
जीने को इक ठन्डी आह भर लेता हूँ ।।

-


19 JUN 2021 AT 22:54

जब भी देखतीं हूँ आइना
बस तेरी कमी दिखती है ।।

-


19 JUN 2021 AT 21:33

तुम्हें याद कर रहा हूँ मैं पर तुम मुझे याद करो ना करो ये मर्जी तुम्हारी ।
मैंने कोशिशें तमाम कीं तुम्हें समझाने की पर तुम समझना ही ना चाहो ये मर्जी तुम्हारी ।
माना ज़माने-भर की समझ है तुम्हें पर तुम अपनों को ही ना समझो तो मर्जी तुम्हारी ।
उम्र गुजरी है तुम्हें अपना बनाने में फिर भी नज़रे ना पहचाने तो ये मर्जी तुम्हारी ।।

-


19 JUN 2021 AT 21:04

बातें याद ना रखना भूली-बिसरी ,
लिखना बस जैसे सब हों मिसरी ।
और लिखो जैसे छटा हो बिखरी ,
मत कुछ लिखना जो मुझपे गुज़री ।।

-


8 JUN 2021 AT 20:25

गर मैं तुम्हारी तरह बदल जाऊँ ।।
तो ज़माने की तरह सॅवर जाऊँ ।।@।।

-


7 JUN 2021 AT 10:06

अब किसको मैं राग सुनाऊँ ,
खुद के कैसे राज बताऊँ ।
अन्तर-मन का युद्ध निरन्तर
किससे मै गुहार लगाऊँ ।।

-


5 JUN 2021 AT 13:10

मेरे अपने बिछर गए सारे सपने बिखर गए
सबको ठन्डी छाया देकर मैं भी खुश हो लेता हूँ ।
मेरी दुआ है के चहके-मँहके घर-आँगन ये तुम्हारा
सबकी खुशियों के बीच खडा मैं चुपके से रो लेता हूँ ।।


-


22 MAY 2021 AT 15:28

अब सबर कहाँ है दिलबर

उमर गुज़र गई तुझे मनाने में ।

ऐसे खुद में खोई-खोई मत रहा कर ,

नहिं तो रपोट लिखवा दूँगा थाने में ।।

-


21 MAY 2021 AT 12:16

उसने शादी भी करली, बच्चे भी कर लिए ;
फिर भी अबतलक मन नहीं भरा होगा ।
वो जो आजकल सबपे झल्लाती है ना ,
शायद उसने राज को फोन नहीं करा होगा ।।

-


19 MAY 2021 AT 12:23

सवाल फिर वही है तूँ किसी और की क्यों है ।
हर पल साथ रहने वाली आज भी दूर क्यों है ।।

-


Fetching Raj Singh Arun Quotes