Raj Shekhar Kumar  
3.7k Followers · 624 Following

Joined 20 November 2016


Joined 20 November 2016
26 MAR 2020 AT 14:30

वो बैठे हैं सावन के इंतज़ार में
हम आग लगा रहें हैं गुलज़ार में

आँखें अजब ये मंजर चाहती हैं
पत्ते झड़े अबके बहार में

-


9 FEB 2019 AT 15:02

काम है ज्यादा और मेहनताना कम है
किसे बताएँ,कितने मुश्किल में हम है

इस प्राइवेट नौकरी का हाल न पूछो
यहाँ पैसा ही ख़ुशी है और यही गम है

कबसे ख़ून चूसा जा रहा है मजदूरों का
इनके लिए सरकार बस बनाती नियम है

मेरे जेब का वज़न डराता है मुझे,क्योंकि
घर जाना है,त्यौहारों का मौसम है

इस तन्हा शहर में तन्हाई से बचा देती है
इस मुफ़लिस के पास जो कलम है

-


22 NOV 2018 AT 21:35

कोई इमारत सिर्फ बुनियाद पे ही नहीं खड़ी है
सच ये भी है,ईंटो के दरमियाँ थोड़ी दूरी है

-


14 AUG 2018 AT 22:36


आज़ादी कैसे मिली है
बच्चों को बताया कीजिए
एक माँ को कभी
सौतेली लगने का डर ना रहे

-


4 MAR 2017 AT 9:14

समझा मोहब्बत,मोहब्बत से किनारा करके
दिल हैं ख़ामोश,आदत से आवारा करके

आशिक़ों की अब तो फ़ितरत हो गई हैं
चलती हैं जिंदगी,इबादत से गुजारा करके

कहीं मैं खो जाऊँगा,तुझसे जुदा होके यहाँ
तुम मुझे छोड़ना,आसमाँ का सितारा करके

-


23 JAN 2017 AT 19:59

1.
हर रात हकीकत से पर्दा करके,कई ख़्वाब मन में आतें हैं
फिर सुबह हकीकत से रूबरू होकर,मायूस लौट जातें हैं

मुश्किल हैं हकीकत के जमीं पर ख़्वाब के फूल का खिलना
हकीकत और ख़्वाब में हम इतना ही फर्क समझ पातें हैं


2.
हकीकत की जमीं पर ख़्वाब के फूल का खिलना

कुछ ऐसा मंजर था वो,यूँ तुमसे अचानक मिलना



-


12 JAN 2017 AT 21:25

उम्मीद अपना पता बता
रूठा हैं क्यों खता बता








-


16 DEC 2016 AT 1:56


तारो को मिला मिला के,मन में
आसमाँ पे,चेहरा तेरा बना लेता हूँ

अपने चाँद की खातिर फिर एक चाँद को
बिंदिया की तरह,माथे पर सजा देता हूँ




-


14 DEC 2016 AT 11:46


दूर होने के बाद हमसे अदब से पेश आते हैं
सच कहूँ तो पागल तुमपे ये रंग ना भाते हैं

तुम्हारी कहाँ पहचान बचकानी हरकत की
दूसरे की होके थोड़ी ही न ऐसे बदल जाते हैं

तुम दूर चली गयी लेकिन ख्यालो में आके
वो पागल की बाते अब भी हमें जगाते हैं

प्यार के अफ़साने दूर होके भी मुकम्मल होते हैं
दुनिया देख लो,प्यार ऐसे भी किये जाते हैं

-


30 NOV 2016 AT 21:10

दिल मेरा हरपल डरता है
मेरा दोस्त सरहद पर लडता है

-


Fetching Raj Shekhar Kumar Quotes