मेरी जिंदगी भी कुछ चाय की प्याली सी ही है में जब भी भरता हूं इसे कोई न कोई शक्स हर बार खाली कर जाता है -
मेरी जिंदगी भी कुछ चाय की प्याली सी ही है में जब भी भरता हूं इसे कोई न कोई शक्स हर बार खाली कर जाता है
-
पढ़ के अपना नाम मेरे अल्फाजों मैं वो बस मुस्करा दिए और हम उम्मीद लगाए बैठे थे की अब बात कुछ आगे बढ़ेगी -
पढ़ के अपना नाम मेरे अल्फाजों मैं वो बस मुस्करा दिए और हम उम्मीद लगाए बैठे थे की अब बात कुछ आगे बढ़ेगी
सोचता हूं उतार लाऊं मोहब्बत को अल्फाज़ में जो तू पढ़े तो झलक तुझे उसमे अपनी ही दिखाई दे -
सोचता हूं उतार लाऊं मोहब्बत को अल्फाज़ में जो तू पढ़े तो झलक तुझे उसमे अपनी ही दिखाई दे
हर वो शक्स जो खास था मेरा न जाने कैसे छुट गया कुछ तो कमी मुझ में ही रही होगी शायद -
हर वो शक्स जो खास था मेरा न जाने कैसे छुट गया कुछ तो कमी मुझ में ही रही होगी शायद
जैसा है, मुझसे वैसा हो के मिलदोस्ती और मोहब्बत में मुझे दिखावा पसंद नही -
जैसा है, मुझसे वैसा हो के मिलदोस्ती और मोहब्बत में मुझे दिखावा पसंद नही
संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं -
संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
कोई ढूंढता है मुझे परछाइयों में कोई आंखों में ढूंढता हैबस ढूंढता ही नहीं अपने दिल में जहां मुझे छुपा के रखा है -
कोई ढूंढता है मुझे परछाइयों में कोई आंखों में ढूंढता हैबस ढूंढता ही नहीं अपने दिल में जहां मुझे छुपा के रखा है
इस उम्मीद पर न जाने कितने रिश्ते छुट गए।वो रूठेंगे हमसे और हम उन्हे मना लेंगे। -
इस उम्मीद पर न जाने कितने रिश्ते छुट गए।वो रूठेंगे हमसे और हम उन्हे मना लेंगे।
काश निकल आते कभी आंसू हमारे भीदिल खाली होता तो यूं हरदम मरने का खयाल तो ना होता -
काश निकल आते कभी आंसू हमारे भीदिल खाली होता तो यूं हरदम मरने का खयाल तो ना होता
जब भी खोलेगा लिखने वाला किस्मत की किताब हमारीसिवाए खाली पन्नों के उसे कुछ नजर नहीं आएगा -
जब भी खोलेगा लिखने वाला किस्मत की किताब हमारीसिवाए खाली पन्नों के उसे कुछ नजर नहीं आएगा