क़फ़स में हैं हम, हमें कहीं रखिए,
हमें मतलब क्या अंधेरे या रोशनी से।-
I write what I feel...
अंग्रेजी च हाथ तंग😂😂😉
Aaj chaand ki lalima ka kuch anokha noor hai,
Dil ke har kone mein basa ishq ka suroor hai.
Har lamha lage jaise khwabon ka aagaaz ho,
Bas kaash yun ho ki tu bhi mere paas ho.-
काश ऐसा हो कि कुछ हो जाए,
तू मेरी यादों से भी मिट जाए।
न रहे ज़ेहन में तेरा कोई साया,
तेरी याद न फिर मुझे तड़पाए।
न याद रहे तेरा छोड़ जाना,
तेरा मिलना भी मुझे भूल जाए।
काश दिल को मिले राहत ऐसी,
के तेरी मोहब्बत का हर किस्सा धुंधला हो जाए।-
जाने किसका दिल टूटा जो आसमां रोया है,
हर बूंद ने जाने किसका ग़म अपने में संजोया है।
बादलों की गूँज में दर्द का आलम कुछ यूं बयान किया है,
न जाने किसने किस के हाथों अपनी मोहब्बत को खोया है-
Chal aur kuchh nahin to bas itna sa hi tu kar ja,
Khairiyat sunane ko apni din mein ek dafa nama kar ja.-
आख़िर में बस इतना सीखा है ज़िंदगी से हमने
लोग छोड़ जाते हैं कभी कभी यूं ही बेवजह भी
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ढूंढ लेता है हर बार मुझको,
इतना तो ख्याल रखता है।
चलो इतना बहुत है मेरी खातिर,
के जब भी बिछड़ता है वो मुझसे,
ख़बर दे के बिछड़ा करता है।
जुदाई का दर्द कम नहीं होता मगर,
उसकी ये आदत दिल को तसल्ली दे जाती है।
शायद मोहब्बत पूरी न सही, मग़र,
अधूरी तो वो आज भी मुझ्ही से करता है।
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कभी सोचता हूँ कि क्यों मिला वो शख़्स मुझे,
जब सारी दुनिया मेरा ठिकाना था,
मिलना नहीं था जब क़िस्मत में हमारी,
तो क़िस्मत ने क्यों हमें मिलाना था?
क्या था कुछ अधूरा मेरे अंदर,
या फिर उसकी कहानी में एक किरदार बनाना था?
हमने समझा था साथ चलेगा उम्रभर,
पर शायद उसका साथ बस एक मोड़ तक ही पाना था।
हम ठहरना चाहते थे एक आशियाने में,
और उसे किसी और का घर बसाना था।-
जब भी देखे आईने में सूरत अपनी, तुझे तेरी बेवफ़ाई याद आए,
कैसे खेला था तू दिल से मेरे, तुझे वो हर लम्हा याद आए।
चैन से न रहे कभी तू, हर साँस में मेरा दर्द समा जाए,
हर खुशी मिले तुझे पर, कभी खुश तू न रह पाए।
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चल फिर किसी और जन्म में सीखेंगे सलीक़ा मोहब्बत का तेरे संग,
ये उम्र तो बस तेरे तसव्वुर में यूँ ही दिन–रात ख़ामोश जलकर तबाह होगी।-