Rahulsinh Vaghela   (©️ Rahulsinh Vaghela)
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Joined 10 March 2019


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25 AUG 2022 AT 11:37

बहोत कुछ पीछे छूटा है इन हाथों से.. ए ज़िंदगी एक तेरे अलावा..
चल अब तू साथ दे तो फ़िर एक नई शुरुआत करते हैं..।

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7 AUG 2022 AT 22:49

कुछ यूं मिली नज़रे आपसे.. मेरे दिल की हर एक धड़कन पे अपना निशा छोड़ गईं..,
हम तो पहले से बैठे बिठाए आशिक़ थे आपके.. आपकी लहराती जुल्फें हमे और ज्यादा पागल कर गईं..।

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26 MAY 2022 AT 9:09

कुछ यादों का सिलसिला फिर सुरू हो रहा हैं..
लगता हैं इश्क़ नामी हवा फिर दरवाज़े पे दस्तक दे रही हैं..।

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27 MAR 2022 AT 15:38

कुछ यूं बिखर रही हैं जुल्फें तेरी.. तेरी आंखों के सामने..
मानो उसे देख मेरे दिल की धड़कने अल्फाज़ लिख रहीं हों तेरे नाम पे..।

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27 FEB 2022 AT 22:58

कुछ यूं ही उड़ रही थी जुल्फें तेरी.. मेरे हाथों ने सवार ली..,
कुछ फीके फीके से लग रहे थे होठ तेरे.. मेरे होठों ने छुके उनमें रंगो की महक डाल दीं..।— % &

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23 FEB 2022 AT 23:46

कभी मेरी यादों में धर कर लेती हो..
कभी मेरी सांसो पे अपना हक जमा लेती हों..,
कभी मुझे अपनी जुल्फों में उलझा ए रखती हों..
कभी मेरी आंखों की गहराई में समा जाती हो..,
कभी मुझे प्यार से अपने तेज़ तर्रार
गुस्से की वजह बना लेती हों..
कभी मुझे अपनी खिल खिलाती मुस्कान
के पिछे का एक प्यारा सा राज़ बना देती हों..,
कभी मेरा हाथ थाम अपने हाथ की
लकीरे जोड़ लेती हों..
कभी पैरो से पैर मिलाके दो चार क़दम
मेरे साथ चल देती हों..,
माना की ये सब महेज़ एक मेरे ख्वाबों की दुनियां हैं..,
पर उसमें तुम मेरे ख्वाबों की सहेजादी
बन मेरा हाथ अपने हाथ में थाम हर
बार मुझे अपना सहेजादा बना लेती हो..।— % &

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17 FEB 2022 AT 20:28

बेह रहीं हैं आखें मेरी तेरी यादों में एक झरने की तरहा..
कोई जाके शमंदर को इतेलाह दो कहीं मीठा ना जाए..।— % &

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2 FEB 2022 AT 13:20

कुछ यूं ही उड़ रही थी जुल्फें तेरी मेरे हाथों ने सवार ली..,
कुछ फीके फीके से लग रहे थे होठ तेरे मेरे होठों ने छुके उनमें रंगो की महक डाल दीं..।

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23 AUG 2020 AT 21:59

बचपन क्या गया..में मेरी हर एक ख्वाहिशों को गठरी बांध कुएं में डाल आया हूं..,
ए ज़िंदगी..,
अब तो बस घर कि सारी ज़िम्मेदारी या निभालू बस यहीं काफ़ी हैं।

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27 DEC 2021 AT 9:04

यूं तो आशिक़ी छोड़े एक ज़माना हों चूका हमें..
पर ना जानें क्यों आज तेरी आंखों के ईस नूर ने मेरे दिल की धड़कने तेज़ करदी..।

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