शिक्षा बिन कछु ज्ञान ना होई,
बिन शिक्षा जग शूल सब होई.....
गुरू भरें अक्ल में अक्लमंदी,
असल प्रकाश गुरू कहे सोई.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
तू अकेला ही चला था फिर ये मेला कैसा,
इस तपती हुई जिन्दगी... read more
अमुक बदलाव तो हमने भी देखे हैं ज़माने में,
बचमन में जो उठा देते थे हाथ पकड़, आज वही लगे गिराने में.....
उनके वजूद मैं है दूसरों की चापलूसी करना,
जिनके थे प्रायः ही कन्धे झुके, आज वही लगे जोर आजमाने में.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
दुग्गल साहब आज सपेरा बने, बजा रहे हैं बीन,
दुनिया से अलग - थलग पड़े हम, चल दिये सीधा चीन.....
देश का बंटाधार हुआ, कारोबार हुए बहुत ठप्प,
झोला उठाकर चल देंगे हम, शिकन नहीं कोई महीन.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
अमुक तुम्हारी चहकती हुई आवाज बहुत खास है,
रस से भरी हुई, इसमें मिश्री सी मिठास है.....
तुम्हारे शब्दों का यह चयन उम्दा और अनोखा है,
आ जाओ दरमियान, मेरी अधूरी तलाश है.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
सुनो अमुक! मुंह में गुटखा भरे हुए है, शब्दों में है गाली,
कैणूं थूकता इधर - उधर, भर देता नाले की जाली.....
शाम को बैठ फटी पटरी पर, लेता शराब के घूंटम - घूंट,
संस्कार सब फीके उसके, सद्बुद्धि से पैदल खाली.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
रात काली है, चहुं तरफ़ कंस की फैलीं पहरेदारी हैं,
सोलह कलाओं में निपुण परम, प्रगट हुए श्री हरि मुरारी हैं.....
देवकी की आस हैं वह, वासुदेव के विश्वास हैं वह,
नन्द - यशोदा के घर वात्सल्य हुआ, हर्षित सब नर, नारी हैं.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
सुनो अमुक! आज की रात बहुत ही खास है,
उसने जीता दिल सभी का, खिताब विराट के अब पास है.....
लम्बे सालों की तपस्या, जी तोड़ मेहनत रही,
अपने इरादे से न तनिक भटका, सफलता की उसको आस है.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द
-
सुनो अमुक! खुद की जुबान पर रोक लगाना अच्छा है,
पर बोलना क्या है?
ये तो पता ही नहीं.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
अमुक हमारी खामोशियों को मेरा भी जवाब समझो,
कहां है कितना नफा - नुकसान, मेरा भी हिसाब समझो.....
हम खुद से बदलते हैं हुलिया एवं हाल ए दिल अपना,
हम हैं अपनी मर्जी के धनी, मेरा मन भी नवाब समझो......
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-
अमुक ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा कुछ इस तरह जारी है,
आज हाथ में सबकुछ है तेरे, लेकिन कल लाचारी है.....
उड़ो ना इतना कि ऊंचे आसमान से फिर गिरना पड़े,
आज औकात में हूं मैं बेशक, कल तेरी भी तो बारी है.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द-