उसे दोष मत दो ये मौसम बेरहम आया
वो तो सैलाब था घर मेरा डगर में आया। — % &-
तेरी हथेली की गर्मी ने जो लालच दिया मुझे
मेरा दस्ताना उतारना लाज़मी था।-
परिंदे को हवा देकर उसे आसमां से दूर रखा
हां भी नहीं ना भी नहीं ने प्यार करने को मजबूर रखा।-
एक दुआ उसने खुदा से मांगी ऐसी
मेरे दिल से लहू बेइंतहा निकले।
मैंने कहा मैंने बोला है उसी खुदा से
वो गोली भी तेरी तरह बेवफा निकले।-
Dissolved in an artillery of words
A potion of love I have.
Would you mind taking a shot?
With a wish to fall for me, perhaps.-
मेरे साए को मुझसे आजादी चाहिए
मेरे हिस्से की जायदाद आधी चाहिए।
कहता है उम्र भर तेरी गुलामी की है
अब बस मुकम्मल कहानी चाहिए।
यूं तो बंद मैं भी किसी पिंजरे में हूं
ये कहता है मुझे ताले की चाभी चाहिए।
पुराने बदन को पहने कई बरस बीत गए
कहता, "मुझे पहचान नहीं पुरानी चाहिए। "
मेरे कलम की जैसे किसी को स्याही चाहिए
मेरे साए को मुझसे आजादी चाहिए।-
मुझे सब कुछ बताने से बचता है वो
कुछ किस्से अपने लिए भी रखता है वो।
बस एक बूंद से दूर रह जाता है खुदा मुझसे
लबों पे मेरे ऐसा इंतजाम रखता है वो।-
मेरा दर सदा ही इंतजार में रहा
वो आएगा अभी इस विचार में रहा
मैं पार करते इसे रोज कहता
मिट गया जो भी प्यार में रहा।-
तेरे सीने में अब भी मेरा दिल धड़कता होगा
एक परिंदा जो बिना पर के तड़पता होगा।
एक बात बोलूं तुम मानोगे नहीं, मगर
तेरा दिल किसी पे आने से झिझकता होगा।
मैं अक्सर पी ज्यादा लेता हूं, रो ज्यादा लेता हूं
तू जब मशरूफ होकर किन्हीं बाहों में बिखरता होगा।
लोग कहते हैं अपनी नज्मों पे दाम लगा दे
कोई न कोई तो हर रोज ठिहरता होगा।-
तेरा नाम मेरे नाम से अब भी जोड़ा जाता है
तुझे लौट आने में भला क्या जाता है।
है ये कायदा भी तुम्हें पता ना हो अगर
मरने के बाद कसम तोड़ दिया जाता है।-