हल्की हल्की सी सर्द हवाएं
जरा जरा सा दर्द
अंदाज अच्छा लगा ए नवम्बर
तेरे आने का-
Wish me-------8dec
सारे राशिफल झूठे निकले
मार्च अप्रैल में जिनके हाथों में हल्दी लगनी थी
बेचारे साबुन, सैनिटाइजर लगा रहे-
कैसा नववर्ष माते कैसी नवलाई है।
यहाँ तो हर तरफ वीरानी सी छाई है।
हर शख्स है सदमे में,
फिर भी आस जगाई है।
कि मां तू सब ठीक करने वापस आई है।-
बढ़कर देश से नहीं है कोई
हां सुन " ऐ इश्क़ " तू भी बाद में है
केसे मनाऊ " वेलेंटाइन डे " में
घटना "पुलवामा" की याद है मुझे-
कभी धूप , कभी कोहरा ,कभी सर्द हवा
इस बार बड़ी दिलकश है दस्तक दिसम्बर की
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फिर से तेरी यादों का मेरे दिल में बबंडर है
वही मौसम, वही सर्दी, वही दिलकश नवम्बर है-
बड़ी अजीब बात ये है कि
मोहब्बत हुई नही अभी तक
और गजब की बात ये है
कि फिर भी शायरी करते हैं हम-
रश्में वफ़ा निभाना तो गैरत की बात है
वो हमें भूल जायेंगे इस कदर
ये तो हैरत की बात है
सब मुझको चाहते हैं ये शौहरत की बात है
में उसको चाहता हूँ ये किश्मत की बात।।
इजहार ए इश्क कर दिया मुझसे आपने
ये भी जनाब आपकी हिम्मत की बात है
तारीफ कर रहे है सभी आजकल मेरी
इसमे जरूर कोई सियासत की बात है।।-
हूँ ख़ाक में ऊँची मगर औकात रखी है,
तुम्हारी बात थी आखिर तुम्हारी बात रखी है,
भले ही पेट की खातिर कहीं दिन बेच आया हूँ,
तुम्हारी याद की खातिर भी पूरी रात रखी है।-
कब तक रूठे रहोगे हमसे,
अब मैं दिवाली मनाऊँ
या..!
तुम्हें..
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं-