एक तू है राका कि दिल में ना उतर पाया,
एक दुनिया है जो लफ्जों में समा गई..!-
झुमके और अंगूठी का साइज़ बताओ,
'राका' तुम मुझसे मेरी तनख्वा न पूछो...!-
तेरे बगैर ही अच्छे थे, क्या मुसीबत है
ये कैसा प्यार है जो हर दिन जताना पड़ता है-
तुम मेरी ज़िंदगी में शामिल हो ऐसे,
मंदिर के दरवाज़े पर मन्नत के धागे हों जैसे।-
कुछ हमारी ओर से भी वज़हें रही होंगी उन्हें ना मनानें की...
वरना ऐसा ना होता कि वे एक बार भी लौटे नहीं होते..-
जिनकी आप क़दर नहीं
कर रहे हैं ना...
यकिन मानो !
कुछ लोग उन्हें दुआओं
में मांग रहे हैं...
-
ख़त्म हो जाता है जब इश्क़ जिस्मों का,
फ़िर लोग तोहफ़े सड़कों पर छोड़ जाते हैं..!-
चांदी सोना एक तरफ,
तेरा होना एक तरफ,
तेरी आँखे एक तरफ,
जादू टोना एक तरफ...!!!-
ए जिंदगी चल, चल बैठ चाय पीते हैं
तू भी थक गई होगी मुझे भगाते भगाते..-
शहर के शहर बंद है हर गली में नाकाबंदी है,
तुम पता नहीं किन रास्तों से चले आते हो ख़्यालों में ।।।-