ना कर शिक़वे-गिले किसी इंसान से
इक इक सांस मिली प्रभु के एहसान से
दिल जीतने की कला हो सबमें
बस इक मीठी मुस्कान से
✍️✍️Puneet Sethi— % &-
जो प्यार में दग़ा करे उसे बेवफ़ा कहते है
इश्क़ करके जो बोलना छोड़ दे उसे सज़ा कहते है
पहले प्यार माँ-बाप से बेरुख़ी दिखाते है आजकल बच्चे
कोई तो बताए ज़रा इसे क्या कहते है
कान खोल कर सुन ले हर बच्चा
इनकी आँखों से आंसू ना बेवज़ह बहते है— % &-
पीर-ओ-मुर्शद की जब से निग़ाह हो गयी
क़दमो में खुशियां अथाह हो गयी
जिसे कोई पूछता न था इस ज़माने में
बेख़बर जो रहते थे खुद के आशियाने में
आज पूरी क़ायनात में पनाह हो गयी
तुझ से जो इश्क़ हुआ मस्त मलंग हुए
मैं का असर है जिनपे बस वो तंग हुए
तू ही तू जो हो गये फिर मसलो की सुलह हो गयी
राहुल तू कतरा गर बनना समंदर
एहसास-ऐ-इश्क़ हो बाहर और अंदर
इनकी रहनुमाई ही जीने की वज़ह हो गयी-
पीर-ऐ-मुर्शद की
जब से निग़ाह हो गयी
क़दमो में मेरे
खुशियां अथाह हो गयी
जिसे कोई पूछता न था
इस ज़माने में
आज पूरी क़ायनात में
उसकी पनाह हो गयी-
खुदा की मर्ज़ी
मेरा स्वभाव हो जाये
इसके फ़रमान का
बस मुझ पर प्रभाव हो जाये
जो तकलीफ़ दे किसी को
ऐसे शब्दों का मेरे पास अभाव हो जाये-
आप ये मत समझना
आपका दोस्त आपको IGNORE कर रहा है
आपसे बात हो इसके लिए मन भी बड़ा शोर कर रहा है
लेकिन कुछ Schedule इतना Busy हुआ की
अभी ना कोई Call , ना कोई Message , ना कोई Reply है
लेकिन ख़्याल आपकी Smile लेने का
Once more, Once more कर रहा है-
तेरी मेरी बातें
बातें मेरी तेरी बातें
बातें कुछ यूं होने लगी
लोग है कहते प्यार में तेरे सुध बुध मेरी खोने लगी
रात को सपने भी तेरे और दिन में ख़्याल भी तेरा है
चांद में तुझको देखूं जब मै, लगता है सवेरा है
एहसास जो भूलूं इक पल तेरा
आंखे मेरी रोने लगी
तेरी मेरी बातें
बातें मेरी तेरी बातें
बातें कुछ यूं होने लगी
जुबां पे मेरी नाम है तेरा
कानों में आवाज़ भी तेरी है
आँखों की चमक भी है तुझसे
धड़कन की साज़ भी तेरी है
मिलन कि अब ये घड़ियां
इंतेज़ार के कांटे चुभोने लगी
तेरी मेरी बातें
बातें मेरी तेरी बातें
कुछ यूं होने लगी
हर तरफ चेहरा तेरा
आँखों को मेरी ये दिखता है
सुनने वाला कहता है
*राहुल* गज़ब अब लिखता है
मैं ही जानू क़लम ये मेरी तेरे इश्क़ में भिगोने लगी
तेरी मेरी बातें
बातें मेरी तेरी बातें
बातें कुछ यूं होने लगी-
ख्वाहिशें दम तोड़ गयी , तू जब से मिला मुझे ऐसे
महसूस मुझको भी होने लगा , प्यार है होता ये कैसे
हक़ीक़त से ज़्यादा प्यारे ख़्वाब हुए
कहते है लोग बर्बाद हुए
चाहत मेरी मैं बता दु ये सबको
नाम उनमे है मेरा जो आबाद हुए
गुमनाम मैं भी हु होने लगा , जिक्र सुना तेरा जैसे
महसूस मुझको भी होने लगा .........
माना चांद सितारे सब पुराने हुए
मेरे संग ये भी गुनगुनाने लगे
रास गहराई सागर की आने लगी
तेरी बाते ये मुझको बताने लगे
तन्हाई भी अब मीठी लगे , कुछ असर हुआ मुझपे ऐसे
महसूस मुझको भी होने लगा .....
बारिश की बूंदे ज्यूं जमीं पे गिरी
प्यास धरती की जैसे सदियों बाद बुझी
कुछ ऐसा ही आलम अब है मेरा
मिलने से तेरे *राहुल* तालाश रुकी
शमा परवाने की ही तरह , ख़ुदा करे जुड़ जाए वैसे
महसूस मुझको भी होने लगा .....-
अरे जो हो वही रहो
ये बात किसी और से नहीं बस खुद से कहो
जो पास नहीं अपने उससे क्या डरना
चाहने वाले हमेशा चाहेंगे आपको
फिर दिखावा क्या करना
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कोई एक दिन मोहताज़ नहीं
इन Army के जवानों का
इनकी देश भक्ति ही कारण है
हम सबकी मुस्कानों का
इनका जज़्बा यूं ही कायम रहे और
जिक्र करें हम शहीदों के एहसानों का
सारा देश जब इनका अपना है तो
देश भी दीवाना है इन दीवानों और मस्तानों का
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