छुपा कर रख दिया बिटिया ने दस का नोट इस किताब में,
कहती है अब इस किताब को खोलकर कौन देखेगा...-
जिस जगह मेरा किरदार मज़बूत होगा,
फ़िल्म की बस वही रील काट दी जाएगी
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छुपा कर रख दिया बिटिया ने दस का नोट इस किताब में,
कहती है अब इस किताब को खोलकर कौन देखेगा...-
मेरा फंदा मेरी ही कामनाओं की रस्सी से बुना गया है,
मेरा विश्वास ही मेरा जल्लाद है।-
जिन्हें मंजिलों की फिक्र होती है ,
वे रास्ते में पड़ा लॉलीपॉप नही उठाते...-
हुस्न उसका मुझसे पूछते हो....!!!
सुनो ! उसका एक झुमका ताजमहल समेट लेता है...-
आप अपनी गलतियां कभी नही मिटा सकते,
यदि उसी रास्ते पर चलते रहे तो...-
कोई कितना ही ताकतवर क्यूँ न हो,
उसकी एक एक्सपायरी डेट जरूर होती है...-
उसकी कमजोरी से खूब वाकिफ़ हूं मैं,
गर्दन पे बोसा लेते ही उसकी जान निकल आती है...-