अब YQ प्लेटफार्म के स्तर में वो बात नही रहा लगता है , ये विशुद्ध रूप से राइटिंग एप्प है, पर अब मैसेजिंग एप्प भी बन गया भाई कुछ पैसे अदा करके ये फीचर ऐड कर लो, पर्सनल मैसेजिंग के लिए तो इंस्टाग्राम/fb/टेलीग्राम/व्हाट्सएप तो था ही इसकी क्या ही जरूरत थी ? काफ़ी दिनों बाद YQ में आया बहुत कुछ बदल गया है, वास्तविक ज़िंदगी का भी यही हाल है बहुत से दूर के अपने लोग बदल गए और बहुत से सामने के अपने लोग भी बदल गए। या अपग्रेड होना जरूरी है एप्प में भी और लाइफ मे भी। या फिर पुराने शराब की बात ही कुछ और है । या फिर देख लो आज नोकिया और सैमसंग को ....
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Rahul Mahato
(राहुल "बंधन")
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" खानाबदोश "
मैं इक बून्द जिस सागर का वो सागर अबतक पा न सका !
मैं इक बून्द जिस सागर का वो सागर अबतक पा न सका !
Joined 29 October 2017
19 JUL AT 0:18
18 JUL AT 23:30
जिसने अंततः मरना स्वीकार किया
इससे पहले जीने की हर कोशिश की होगी
जब वो जीने का आयाम मिला नही
तो फिर कोई और जीने ढंग भाया नही-
8 OCT 2024 AT 1:16
हर खुशबू रूह-ए-मयस्सर -ए-ततहीर
मुमकिन नही, वो पहली पहल इजहार-ए-तासीर हु-ब-हु
इत्र सा महके गैर किसी जुल्फों के साये में मुमकिन नही।-
14 APR 2023 AT 7:37
महाकाव्य के कोख में पल रहे भ्रूण सरीखे
एक नन्हा सा नज़्म दम तोड़ दिया !
©rahulbandhan-
24 SEP 2022 AT 10:51
अनुसंशा हो गया
एक होने कि बात फिज़ूल हो गया
मंत्रिमंडल में पारित हुआ
सदन व राज्यपाल तक जाएगा विधेयक
फिर केंद्र तक...
तब तक भ्रम में रहो
की सबकुछ ठीक हो जाएगा..-
19 SEP 2022 AT 20:24
धुएँ कि फितरत है हवा में घुल जाने का
सब्र कर उदासियों के परत से रोशनी छन्ने का..-
18 SEP 2022 AT 0:18
कभी किसी का फेवरेट मत बनो
गर बनो भी तो
तालुकात में दूरियाँ लाज़िम रखना-