तेरी जुदाई का सुन कर घरवालो ने,
घर के सारे पंखे उतार फेंके है।-
एक अरसे बाद आज अपना दिल खोला है,
कई दिनों बाद आज मैने अपना दर्द तोला है,
ये मसला और है कि,
दर्द होंठो से नही अल्फाजो में बोला है,
कभी जाना नही मुझको तुमने,
किस कदर थी मोहब्बत तुमसे,
बहुत मुश्किलो बाद आज मैंने ये दर्द तोला है,
नही जानता क्यों था तुमसे इतना इश्क,
बस आज दिल किया तो सबको बोला है,
आज भी तेरी दी निशानियां मुझको रुलाती है,
मेरे हर एक आँसू ने तेरे दिए दर्द को तोला है,
एक अरसे बाद आज अपना दिल खोला है।।-
जब कभी एकांत में बैठे बैठे तेरे बारे में सोचता हूँ,
तब तेरे चित्र को गले लगा के उससे बात करता हूँ।।
तेरे कुछ वादे पड़े है मेरी पछतावे की अलमारी में,
तुझे कहीं मिल ना जाएं, मैं उन्हें समेट लेता हूँ।।
कभी जिंदगी में कुछ नए पन्ने लिखने को दिल करता है,
कुछ पन्ने लिखता हूँ और फिर फाड़ देता हूँ।।
कभी कभी वो नजर आती है मुझे मेरे ख्यालो में,
आंसुओ को पोछ लेता हूँ, नींद तोड़ देता हूँ।।— % &-
कुछ ही वक्त में पता नही क्या से क्या हो गया,
सब कुछ मिला जिंदगी में,
और एक दम से सब कहीं खो गया।।
कुछ लम्हे निकले यूँ मेरी जिंदगी से,
जैसे सुखी रेत फिसलती है हाथो से।।
कभी चले कभी रुके मेरे ये पैर ऐसे,
जैसे निकलती है रोशनी अंधरो में।।
इन आँखों से निकलते आँसू को देखा,
जैसे टूटता हुआ कोई घोसला देखा।।— % &-
मैं करता रहा भरोसा उसपे आँख बंद करके,
पर उसे कभी मुझपे एतबार ना हुआ,
ए खुदा बस एक शक्श मांगा था,
तुझसे जिंदगी में उसे ही मुझसे प्यार ना हुआ।— % &-
पता नही किस मोड़ पर मिली जिंदगी,
उस शक्श से,
जो किस्मत में लिखा नही था।— % &-
एक समय ऐसा भी आता है जिंदगी में,
जब हम कुछ भी पसन्द नही आता,
हम खुद भी नही।— % &-
मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने मैसेज तेरे,
तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी।-