सफ़र सुहाना और संग हो हमदम,
और गति गाड़ी की हो मद्धम-मद्धम।
गाने लगें जब होंठ ख़ुद-ब-ख़ुद,
लगे छिड़ने जब प्रेम की सरगम।-
बड़ी छोटी सी मेरी छवि।
अपनी वाहवाही में कर लो शामिल,
प्रार्थना करता है ये... read more
कसना होगा क़मर को प्यारे,
नियमों का पालन करना होगा,
दरकिनार कर आलस को,
श्रम भर-भरकर तुझे करना होगा।
हर पल है अनमोल यहाँ पर,
वक़्त लौटकर नहीं है आता,
कद्र करी जिसने भी इसकी,
फल इसका वही है पाता।-
बस बैठे रहना और करना चिंता,
और यही सोचना, कि होगा कैसे,
उठकर नई शुरूआत कर,
ना कर ज़ाया वक्त को ऐसे।
हुआ जो भी है तेरे साथ,
होता है वो संग सभी के,
मिला हो जिसको बिना दुख के सुख,
नहीं है ऐसा कोई ज़मीन पे।-
To awake with kiss each other,
Sipping tea in courtyard together.
Discussion and sharing few things,
Never forget and keep Hugging,
Which makes our life interesting.-
यूँ ना दबा, तरंगें मन की,
होने दे इच्छाएँ पूरी,
वक़्त नहीं लौटेगा प्यारे,
रख ना चाहत कोई अधूरी।
जो भी चाहे, मन तेरा,
करने दे तू , उसको खुलकर,
है जीवन ये बहुत ही छोटा,
इसे ना कर ज़ाया, तू दबकर।-
I always kept them asides,
Who gave me negative vibes,
Didn’t care about people’s thinking,
Rather I focused for happiness’ uplifting.-
देख मील का पत्थर प्यारे,
कदमों को ना देना थाम,
लगने लगे थकन यदि,
तो थोड़ा कर लेना आराम।
सांस हृदय में जब भर जाए,
फिर देना पैरों को चाल,
नहीं रूकूँगा मैं तब तक,
जब तक नहीं पाऊँ अंज़ाम।-
कम आंक कभी ना चाय को प्यारे,
ये तो बड़ी गुड़वान है,
देती स्फूर्ति पल में हमको,
इसमें हमारी जान है।
बिन पिए सदा रहती सुस्ती,
कुछ भी नहीं भाता मन को,
दो घूँट पीकर ही छाती मस्ती,
और आ जाती, शक्ति तन को।-
इसमें संशय नहीं है कोई,
ये बात सही है सौ टका,
बैठ ना तू डर के मारे,
कर साहस, तू क्यों है रुका।-
मन जाने चाहेगा क्या क्या,
मन बोलेगा तू कर आराम,
खींचेगा तुझे आलस की ओर,
और लगाएगा कर्मों पे विश्राम।
तो इतनी भी मत सुन मन की,
और गति बढ़ा कर आगे चल,
यदि काज़ नहीं करेगा निरन्तर,
तो कैसे होगा प्यारे सफ़ल।-