शब्दों से ज़्यादा हृदय में छिपी भावनाओं का मोल होता है
कदाचित कभी कोई तुमसे कहे -चले जाओ तब तुम ठहर जाना उस वक्त...❤❤-
मैं गणित का उत्तम विद्यार्थी था परन्तु प्रेम का प्रमेय मैं कभी सिद्ध नहीं कर पाया। जैसे गणित के प्रश्नों में उत्तर पाने के लिए पहले उसे मानना पड़ता है ठीक वैसे ही मैं आपको जीवन भर के लिये अपना मानकर पंक्तियाँ लिखता रहा...!
मैं तो इतना भी नही समझ पाया था कि आपके जीवन में मेरा स्थान केवल उतना ही है जितना
दशमलव के बाद वाले शून्य का होता है...!!!!-
तुमने देखा है मेरी आँखों में आंसू, ये बात किसी को बताना मत, दुनिया का दस्तूर है, मर्द रोते नहीं!!
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Nahi pata kya bat karni hai,
Bass karni hai aur sirf tumse karni hai❤-
सरकारी दफ्तर जैसे है तेवर "साहिबा" के,
मिलने जाता हु, तो कहती है कल आना,,,।।-
एक दिन मंजिल से मिलकर बताऊंगा....
की सफर ने मुझसे क्या-क्या छीना है।।-
ज्ञानियों को कृष्ण मिले,
प्रेमियों को कान्हा।
धर लिए रूप अनेक माधव ने
जिसने जितना चाहा।।-
" accept the situation "
And say__ चलो ये भी ठीक हैं।
Rahul haldkar-
जो गलती हुई है ,उसे स्वीकार करे।
आगे बढ़े और उसमे सुधार करे ।।-
जला हुआ जंगल
छुप कर रोता रहा
रात भर,
उसी की लकडी थी
उस माचिस की
तिलि में ।-