Rahul Gupta   (Rahul Raghav)
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दर्द भी उसे ही मिलता है, जो चाहता है की दर्द हो।
Joined 23 February 2021


दर्द भी उसे ही मिलता है, जो चाहता है की दर्द हो।
Joined 23 February 2021
7 MAY 2023 AT 8:27

मत चाहो किसी को इतना टूटकर,
की वो भुला दे और तुम भुला ना सको।

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27 APR 2023 AT 4:24

गिर गया
टूट कर
एक पेड़
मोहब्बत का,
लोगों ने आकर
आग लगा दी।

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26 APR 2023 AT 2:13

कोई गले लगा कर बोले...
“तू रोया मत कर, मुझे तकलीफ होती है।”

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25 APR 2023 AT 21:56

इस राही का जो रहगीर है,
तस्वीर मिले उसकी जो तकदीर है...♥️

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22 APR 2023 AT 23:51

पहले उसकी सादगी पे फ़िदा था
अब उसकी चालबाजी पे फ़िदा हूं।

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19 APR 2023 AT 18:14

मुझे
कोई कोरा कागज़ नहीं मिल रहा,
जहां
मैं मोहब्बत का चित्रांकन कर सकूं।

यहां-वहां
ढेर सारे पन्ने बिखरे है,
जिनमें से लाखों पन्ने
बेवफाई से रंगे है।

मुझे
एक दफा फिर से वफा लिखना है,
किसी कोरे कागज को
अपने किरदार में रंगना है।

मुझे एक दफा फिर से वफा लिखना है।।

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19 APR 2023 AT 17:54

सजा मिलेगी तो गुनाह भी याद आ जाएगा।

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17 APR 2023 AT 1:42

मोहब्बत में वफा होता है।
दो दिल होते है एक,
थोड़ा-मजा, थोड़ा-सजा होता है।
मोहब्बत ऐसा नहीं,
जहां बेवफाई हो और एक बेवफा होता है।

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2 APR 2023 AT 15:27

मिरे जाने बाद जश्न मनाया जाएगा।
बसा एक घर, एक घर जलाया जाएगा।

मुखातिब को मोहब्बत हुआ मुर्शद,
मेरा मोहब्बत दफनाया जाएगा।

दिल-ए-दुश्मन ने दोस्त बताया था,
कहीं तो दोस्ती निभाया जाएगा।

दर्द बता अपना जमाने में,
मिरा दर्द छुपाया जाएगा।— % &उधर दिल-ए-गुलाब खिलेगा,
इधर दिल-ए-पत्थर बताया जाएगा।

गुलाब-ए-रस्ता कांटों से मिलाया,
उसके रस्ते तो गुलाब आएगा।

मिरे जाने बाद जश्न मनाया जाएगा।

“मिरे जाने से क्या होगा?
दिल बिखरा, तू ना ठहरा।
मैं एक पागल, मिरे जाने से क्या होगा??”— % &

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1 APR 2023 AT 8:05

एक ख्वाब हमारा भी राख हुआ।
रात यादें बनी, सुकून यादों के बाद हुआ।

क्या सोचे थे हमारे भी ख्वाब होंगे पूरे?
हमारा ख्वाब किसी और का ख्वाब हुआ।

अब रही नहीं ख्वाब की ख्वाइश हमें,
ख्वाइश-ए-मोहब्बत बे-ख्वाब हुआ।

दिल की बातें अब मुझसे ना पूछो,
दिल का चोर, कहीं और फरार हुआ।— % &क्या कहा अब मुझे मोहब्बत होगी?
बीता वो पल, जो इश्क में बर्बाद हुआ।

अब जीना है बगैर मोहब्बत ‘राघव’,
मोहब्बत-ए-ख्वाब तो अब ख़ाक हुआ।

“कुछ रातें, यादें बन जाती है। पर सुकून...
यादों के बिना ही आती है।”— % &

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