उठो तो टूटा, जागी तो आधा...?
जिंदगी हैं, ख्वाब थोड़ी हैं जिंदगी!
जो था बोया,वो मिलेगा, क्या साधा?
पिछला मिजान हैं, ख़्वाब नहीं है जिंदगी-
No need to certified the art
That's why I'm poet from heart
सदभक्ति का मार्ग, प्रमाणित एकमात्र हैं
इसी में चलना है इसमें कोई दोराय नहीं
लोकवेद है मनमाना,केवल मन मानेगा
यहां न माने तुम ,अपने दरबार में धर्मराय नही-
बीते हर पल में मिला , याद बाब रख
'खरगोश' तो रहा मिलने को अब आसमान में
दिया जला, आंगन में आफताब रख-
कुछ हिम्मत जुटा कर जो लिखे थे जज़्बात
डायरी में, मेज़ के नीचे दबा कर मत रखना
दे आओ उस मंदिर में,या जला दो बेहतर होगा
इससे की फिर किसी को दबा कर क्या रखना-
अक्सर ,वो दोहरा परेशान नजर आता है
मां -बीवी के झगड़ो का बेशक असर आता है
काम पर, घर की चिंता उसको भी होती हैं
दो मकान के सपने, कुचल रोज एक घर आता है।-
हर एक पन्ना, हर पन्ना अनेक ही शब्द
मैं गलत तो बिलकुल लिख सकता हूं
पर मिटा नही सकता एक भी शब्द-
भगत,भगत के लाज की गरिमा
हैं इतनी ,ये उनकी हया रही
ये जो कहते,आज अपशप्द सभी
यही जबाने बोलेंगी परमात्मा की दया रही!-