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जिंदगी चार दिन सही
काफी है
मरने से पहले ख्वाहिशें
कुछ बाकी है
कुछ ख्याल है मेरे
जो सपनों से परे
सच के दरमियान लाने हैं
फिर मौत भी आये
तो क्या गिला
मेरे ख्यालों में रहेगी जिंदा
उम्र भर
मेरी जिंदगानी ये-
"गुजरे उस पल को ही हम गाते रहते हैं शामो सुबह
आज मैं जी भी रहे हैं हम औरों का तो छोड़ो
हमें खुद भी नहीं यें पता
तो जिस पल में सुकून मिले उसे जी भर के जी लेना
क्या पता फिर कभी वो पल मिले या मिले ही ना
किसे पता गुजरा वो पल अच्छा था या बुरा
उसे जीते वक्त क्या कभी अच्छे बुरे का एहसास हुआ..!!-
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अस्तित्व का था ना तब कुछ पता पर अस्तित्व में आज हम बने
अवसर के मोहताज नहीं हम जो गर्दिश में चमके
हमारा दिन ही शुरु मेहनत से और मेहनत पर ही आके थमें
यें कमजोरी नहीं हमारी एक दूसरे के प्रति हमारा दया भाव है
और आज जो कुछ भी है हम
उसकी वजह बाबा साहब सिर्फ आप हैं-
बनके हंसी ख्वाब सा में सजता रहा
आवारा परिंदा सा राहे नई यूंही बुनता रहा
होकर जहां से अनजाना बस तुझ में ही बहता रहा
और तूने जो कहा भी ना
मैं वो भी ना जाने क्यों सुनता रहा-
"इंतजार तेरा
तुझसे मिलने को दिल
बेकरार मेरा
मैं बनूं ख्यालों का एक
एहसास तेरा
मिल जाए तू जो पूरा हो
इकरार मेरा..!!-
"आखरी कदम
तेरे संग रहना जन्मो जन्म
बिन तेरे जीना नहीं
तू मोहब्बत मेरी
आखरी सनम..!!-
"हम कुछ कर ही नहीं पाते
आते हैं आंखों में आंसू
पर रो नहीं पाते
जिंदगी की कशमकश में
हम खो गए कितने
के चाह कर भी खुद को
हम ढूंढ नहीं पाते
सुनो दिल की धड़कन को
धड़क के ये तुम्हें बताएं
आज को जी भर के जी ले तू
कल जो होगा देखा जाए..!!-
मुश्किलों से डरा नहीं करते
कदम कदम पर सिलसिले
हम झुका नहीं करतें
जिंदगी तो जीते हैं सब यहां
पर सपनों की खातिर मर मर कर
जीने से हम डरा नहीं करते-
यूं राहों में तुझे जो आज देख लिया
कसम तेरी फिर दर्द वही आज छेड़ लिया
मैं संभल गया था तेरे जाने के बाद
देख कर तुझे फिर बिखर गया मैं आज एक अरसे के बाद-
"पुकारे जो कोई भी मुझे बस तेरी ही आवाज़ सुनाई दे
आईने में भी मुझे बस तेरा ही चेहरा दिखाई दे
इसे वहम कहूं या में दीवानापन
दिल बेचैन है और काबू में नहीं मेरा मन..!!-