कुछ बातें, कुछ वादें, कुछ एहसासे, अभी बाकी है
संभालकर रखना यादें, चंद मुलाकाते अभी बाकी है
थोड़ा दूर हूं तुझ से मैं, अब अकेला खुद को ले चला
छू लूंगा उचाईयों को, ये कहकर दे रहा खुद को सलाह
कुछ बातें, कुछ वादें, कुछ एहसासे, अभी बाकी है
बिखरती शब्दों की ढेर से, कुछ जज्बातें अभी बाकी है
एक सितम सी ढल रही, मेरी नजरो की चारो ओर
हर लम्हा गुजरती छूकर, जो गूंजती मेरी कानों में शोर
कुछ बातें, कुछ वादें, कुछ एहसासे, अभी बाकी है
लिखता हूं कुछ पन्नों पर, ओर कुछ पन्ने अभी बाकी है
लगता है लौट जाऊं मैं, फिर शुरू करूं नयी कहानी
जो ठहर कर कहती है मुझ से, तू है अलग जिंदगानी
कुछ बातें, कुछ वादें, कुछ एहसासे, अभी बाकी है
संभालकर रखना यादें, चंद मुलाकाते अभी बाकी है
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