हर शाम तेरी याद यूंही चली आती है
उदास नही होता मै हां पर आखें भर आती है।
चलती रहती है मेरी activa अपने तय रास्ते पे
पर कानों को तेरी आवाज की प्यास सी लगी रहती है।
चल रही है जिंदगी जैसी भी है
पर हां तेरी कमी हर बात में नजर आती है।
कभी मिलेगी तो पूछूंगा जरूर किस्मत से
वो नसीब में नहीं होता उनसे फिर क्यो मिलाती है।
-