हर दरगाह में धागा बांधी मैं,,
हर मंदिर में माथा टेकी थी...
मैं ईश्वर-अल्लाह सब भूल गई,,
जब उसको जाते देखी थी...!!-
की अपने सिवा और कुछ दिखाई न दे...!!😊🙏😊
जो मैं थी वो अब रही नही... read more
मोहब्बत रही चार दिन जिंदगी में,,
रहा चार दिन का असर जिंदगी भर...!!-
तुम्हें कुछ तो सुकून जरूर मिलता होगा,,
वरना यूं बार-बार मेरा दिल न दुखाते तुम...
पहले आकर नजदीक फिर,,
किसी और को न दिल में बसाते तुम...
और ये बातें प्यार-ब्यार की अब मुझे झूठी-सी लगती हैं,,
होती सच अगर तो शायद छोड़कर न जाते तुम...!!-
मुझे क्या पता था कि मौसम आज ऐसे रो पड़ेगा,,
मैंने तो आसमान को बस अपनी दास्तां सुनाई थी...!!-
लोग मिल जाते है कहानी बनकर,,
दिल में बस जाते है निशानी बनकर...
जिन्हें हम रखना चाहते है अपनी आंखों में,,
क्यों निकल जाते है वो पानी बनकर..!!-
ये कोई हैरानी की बात नहीं.....
ये कोई हैरानी की बात नहीं,,
कि तुम्हारे दिए ज़ख्म तुमको ज़ख्म नहीं लगा करते...!!
ज़ाहिर है यार,,
गुलाब के काटें गुलाब को नहीं चुभा करते...!!-
इस इश्क़ में क्या-क्या होता हैं,,
आशिक जाने या रब जाने...
इस बार ना जाने क्या होगा,,
पहले भी हुए थे दीवानें...!!-
ज़िंदगी वही है जो जी रहे है,,
ये करेंगे, वो करेंगे तो ख्वाब हैं...!!-