खूबसूरत पहाड़ों में…
जहाँ बादल तुम्हारे कंधों से टकराते हों,
ठंडी हवा तुम्हारे बालों से खेलती हो,
और दूर कहीं मंदिर की घंटियों की मधुर आवाज़ सुनाई दे रही हो… 🔔🍃
कोई शोर नहीं,
कोई दिखावा नहीं —
बस तुम हो, पहाड़ हैं, और एक शांति है जो अंदर तक उतर जाती है 💚
हाथ में गर्म चाय का कप हो,
तुम्हारे साथ एक पत्थर पर बैठी हूं…
और कुछ कहने की जरूरत नहीं बस तुम्हारी खामोशी को सुन रही हूं…-
असर हो अल्फ़ाज़ों में मेरे
उन्हें इस क़ाबिल तुमने बनाया है
यक़ीन... read more
ना मांगी मन्नत, ना की कोई फरियाद,
बस रख दिया खुद को शिव के हवाले हर बार।
जो मिला, उसे प्रसाद माना,
जो न मिला, उसमें भी तेरा नाम जाना।
व्रत में भूख नहीं, बस प्रेम रखा,
पूजा में फूल नहीं, बस भाव रखा।
जो तू दे दे भोले, वही काफी है,
तेरे इशारे में ही तो मेरी रज़ा बसी है।-
एक पल को भी ख्याल तुम्हारा दिल से जुदा होता नहीं मेरे बेकरार दिल का क़रार हो तुम
सो जाती हूं मीठी नींद में खो जाती हूं सुनहरे सपनों में तुम्हारे मेरा आराम हो तुम
आंखे थकती नहीं जितना देखूं तुम्हे जी भरता नहीं जितना सोचूं तुम्हे मेरा सुकून हो तुम
डरने लगी हूं तुझसे दूर होने के ख्याल से रहो हर पल पास ,मेरे जीने का सबब हो तुम
हर मंदिर हर मस्जिद में झुका कर सिर सजदे में तुझे मांगा है, मेरी दुआओं का असर हो तुम
खूबसूरत हुआ है मेरी जिंदगी का सफर इक तेरे होने से जान,मेरी कायनात हो तुम
दिल हुआ है मेरा बेकल जो वस्ल के फसाने सुनने को,प्यार की वो बात हो तुम
हज़ार आरज़ू हो तुम मेरा यक़ीं हो तुम गुमाँ हो तुम,मेरी उमीद-ए-आशियाँ हो तुम
अगर तुम न होते तो मेरी ज़िन्दगी अज़ाब हो जाती,अंधेरी सी रातों का मेरा उजाला हो तुम
मरहम की तलब नहीं अब मुझको भर गए ज़ख्म सारे ,मेरे हर मर्ज की दवा हो तुम
जितना लिखूं कम है न मालूम हमें के असर क्या होगा मेरे लफ्जों का बस अब मेरी दुनिया हो तुम-
सिर्फ सुना ही न करो
महसूस भी कर लिया करो मुझे
जो कह नहीं पाते अल्फाजों में
पढ़ लिया करो मेरी आंखों को
जब लफ्ज़ हार मान जाए
मेरे दिल की बेचैनियों के आगे
कर लेना मुझे करीब अपने
भर लेना तुम मुझे अपनी बाहों में-
एक नज़र देख कर उसने मुझे दीवाना बना रखा है
मोहब्बत में मेरे दिल ने उसको ख़ुदा बना रखा है-
बनकर गुलों की ख़ुशबू गुज़र जाओ मेरी दिल की गलियों से
हर सांस नाम तुम्हारे कर दूं रख कर सिर मेरे कांधे पर सो जाओ किसी दिन
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बनकर कोई राज उतर जाओ मेरे दिल में किसी दिन
ख़्वाब देखूं तुम्हारा, हकीकत में मिल जाओ किसी दिन-
तू ख़ुदा है मेरा और तेरी इबादत है इश्क़ मेरा
तेरे आने से ज़िंदगी कायनात हुई तू ख्वाब नहीं हकीक़त है मेरा-
सोचा है मिलोगे जब
करेंगे दिल की बातें हम तुमसे बेशुमार
शिकायत है,
यादों ने तुम्हारी कर दिया है मेरा जीना हराम
मोहब्बत है,
धड़कते हो मेरे सीने में बनकर मेरा सुकून और करार
ख्वाहिश है,
तुम्हारे सीने से लग कर सुनूं धड़कने तुम्हारी
सोचा है मिलोगे जब
करेंगे दिल की बातें तुमसे बेशुमार
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