जब मेरी साँसें थमेगी तुम आ जाना
मुझे तुम्हारा एक आख़िरी दीदार चाहिए,
मुझे देना थोड़ा सा वक़्त उस वक़्त मुझे
तुम्हारा वक़्त कुछ पलों के लिये उधार चाहिए-
सबर का हर घुट हर रोज़ पी रहे है,
तुम जिंदगी जी रहे हो हम मौत जी रहे है-
माना के टूट कर बिखर जाऊँगा मैं,
तेरे लिए खुशियाँ माँग मर जाऊँगा मैं-
मुझे बेशक बिखेर दोगे कई टुकड़ों में तुम,
पर मुझे विश्वास है मैं हर टुकड़े से रोशनी बिखेरूंगा-
नहीं बैठतता मैं अकेला ख़ुद के साथ,
अगर जो बैठ जाऊं तो अंत निश्चित है-
मेरा क़िरदार अच्छा है राख मेरी सूरत नहीं,
वो ढूंढ रही है प्यार मग़र बदसूरत नहीं-
मेरे हिस्से में आया ग़म अभी भी बहुत कम है,
तोड़ जितना जी में आए ए जिंदगी!
ख़ुदा के बंदे जब तक दम है-
मैं हमेशा उसका ख़्याल रखना चाहूंगा, उससे उसके दिन का हॉल पूछेंगा तुम ठीक तो हो ये सवाल पूहूंगा? तुम बस कदम बढ़ाओ मैं हूँ ना तुम्हारे साथ मैं सब संभाल लूँगा तुम सपने देखो मैं उन्हें उड़ान दूँगा ! तुम्हारी हिम्मत को कभी टूटने ना दूँगा तुम्हें कभी पीछे छूटने ना दूँगा तुम लडख़ड़ाई तुम तुम्हें थाम लूंगा तुम जो बीमार पड़ोगी मैं एक पल को भी ना आराम लूंगा! तुम्हारी बातों को ध्यान से सुनूँगा जब भी तुम मायूस हो, तुम्हारी आँखें पढूँगा जब भी तुम उदास होंगी। तुम्हारे हर मसले को हल करूंगा तुम्हें प्यार हर एक पल करूंगा। तुम्हारी सारी ख्वाहिशें पूरी करूंगा! जो चल सकोगी मेरे साथ तो हाथ को थाम लेना।
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