वो मासूम चेहरा, वो तीखी निगाहें।
तेरी एक झलक में, यूँ हम डूब जायें।।
तेरा वो चहकना, तेरी वो अदाएं।
तेरी हर अदा पे, ये दिल मचल जाये।।
तेरे बालों से हम, यूँ खेलना चाहें।
तेरी वो हसीं हमको, ऐसे रिझाये।।
जहां तुझको देखें, ये वक़्त ठहर जाए।
तू पास रहे तो, ख़ुद को महफ़ूज़ पाएँ।।
तेरे ही ख़यालों में, दिन गुज़र जाए।
तेरी याद हमको, यूँ रातों में सताये।।
तू है दूर इतनी, कि क्या हम बताएँ।
कि हर-पल हम बस, तुझे छूना चाहें।।
तू हो जब परेशान, ये दिल टूट जाए।
तेरी नाराज़गी हमको, चुभती ही जाये।।
क्यों दूर किया हमको, कौन ये बताए?
यूँ टूट चुकें हैं, ये किसको सुनाये?
हैं मजबूर कितने, ये क्या हम बतायें?
तुझसे ये जुदाई, अब सह नहीं पाएँ।।
चलो अब चलें हम, दिल में तुझको बसाए।
हमें भूल गये तुम, ना हम भूल पाएँ।।
वो मासूम चेहरा, वो तीखी निगाहें।।
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