~ जय जगन्नाथ उत्सव समिति ~
पोस्ट ऑफिस के पास , आमला
चैत्र नवरात्रिक श्री श्री बासन्ति दुर्गा पूजा 2024
दिनाँक 14 अप्रैल 2024 दिन रविवार से
18 अप्रैल 2024 दिन गुरुवार तक
आप सहपरिवार आमंत्रित हैं ।
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Vaishnava ,
Devotional Preacher ,
Philosophical ,
Steady ... read more
हिन्दु नववर्ष विक्रम सम्वत्सर
२०८१ तथा
चैत्र नवरात्रि उत्सव की हार्दिक
शुभकामनाएं । 🙂🙏🏻🌼✨🕉️
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17 अप्रैल , बुधवार , महानवमी शाम 05:33 मि. तक
❤️प्रातः 08:00 बजे से महानवमी विहित पूजा , कुमारी पूजा , होम ।
❤️संध्या 07:00 बजे महानवमी संध्या आरती ।
18 अप्रैल , गुरूवार , दशमी शाम 07:05 मि. तक
❤️प्रातः 08:00 बजे से दशमी विहित पूजा व विसर्जन ।-
16 अप्रैल , मंगलवार , महाष्टमी दोपहर 04:27 मि. तक
❤️प्रातः 08:00 बजे से महाष्टमी विहित पूजा ।
❤️पूजा उपरान्त पुष्पांजलि ।
16 अप्रैल , मंगलवार , सन्धि पूजा
❤️दोपहर 04:03 मि. से सन्धि पूजा आरम्भ ।
❤️दोपहर 04:27 मि. उपरान्त बलिदान ।
❤️दोपहर 04:51 मि. तक सन्धि पूजा समाप्त ।
❤️संध्या 07:00 बजे महाष्टमी संध्या आरती ।-
समय सारणी
14 अप्रैल , रविवार , षष्ठी दोपहर 03:43 मि. तक
❤️संध्या 06:00 बजे से आमंत्रण व अधिवास ।
15 अप्रैल , सोमवार , सप्तमी दोपहर 03:49 मि. तक
❤️प्रातः 08:00 बजे से सप्तमी विहित पूजा व नवपत्रिका प्रवेश ।
❤️संध्या 07:00 बजे सप्तमी संध्या आरती ।-
~ जय जगन्नाथ उत्सव समिति ~
पोस्ट ऑफिस के पास , आमला
चैत्र नवरात्रिक श्री श्री बासन्ति दुर्गा पूजा 2024
दिनाँक 14 अप्रैल 2024 दिन रविवार से 18 अप्रैल 2024 दिन गुरुवार तक
आप सहपरिवार आमंत्रित हैं ।
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महाशिवरात्रि की 4 प्रहर की पूजा का समय 8 मार्च 2024 , शुक्रवार शाम से शुरू
पहले प्रहर की पूजा का समय शाम 6:25 से रात 9:28 तक ।
दूसरे प्रहर की पूजा का समय रात 9:28 से रात्रि 12:30 तक ।
तीसरे प्रहर की पूजा का समय रात्रि 12:30 से प्रातः 3:34 तक ।
चौथे प्रहर की पूजा का समय प्रातः 3:34 से सुबह 6:37 तक ।-
सूर्यसिद्धान्त पंजिका के अनुसार श्रीगणेश चतुर्थी 18 सितम्बर को प्रातः 10:33 मि. से प्रारम्भ होकर 19 सितम्बर प्रातः 10:56 मि. तक है ।
पं. बाबूलाल चतुर्वेदी पञ्चाङ्ग के अनुसार श्रीगणेश चतुर्थी 18 सितम्बर को प्रातः 09:57 मि. से प्रारम्भ होकर 19 सितम्बर प्रातः 10:21 मि. तक है ।-
भक्ति मार्ग के शत्रु हैं छल , कपट , निन्दा और ईर्ष्या ।
भक्तों को इन चार अनर्थों से सदैव सावधान रहना चाहिये ।
यदि भक्त बनकर भी छल , कपट , निन्दा और ईर्ष्या करोगे तो सारी भक्ति चौपट हो जाएगी ।
श्रीरामचरितमानस में श्रीराम ने कहा है
" निर्मल मन जन सो मोहि पावा ।
मोहि कपट छल छिद्र न भावा ।। "-
Zindagi me ek gustakhi sabse badi honi hi chahiye....
Ek galati sabse badi honi hi chahiye...
Ek pachhtava sabse zyada hona hi chahiye....
Ek zakhm sabse gehera hona hi chahiye....
Kyunki ye sabhi hume ye ehesas dilate rehete hain ki jab kuch keemati sa mile to hume uski qadra karni chahiye.-