कुछ कलम,
रीते घड़े समान
दीख पड़तीं हैं।
हर घटना में,
होने, न होने में,
हँसने-रोने में,
हर ज़िन्दगी और मौत में.
बस रिसतीं जाती हैं…-
And my learning is...
Hope fulfils. Expectation empties.
Hope makes you see the glass half full
and helps you operate from gratitude
and abundance and you attract the same.
But expectation does just the opposite,
so ‘Hope but do not Expect’.
#RKism-
मुश्किल सही हालात की डगर
न थमेगा ज़िंदगी का ये सफर
नज़र आसमाँ पे, पैर ज़मीं पर
पत्थर के रास्ते, बादलों के घर-
अब न अश्क़ भिगोते हैं दामन
न शिकन माथे पर चढ़ती है
शायद तेरे बिन जीने लगी हूँ मैं-
रस्म-ए-उल्फ़त का बस है एक ही क़रार।
न तुम ग़लत सदा और न मैं सही हमेशा।।-
मिलते तो बहुत हैं मिलने वाले
वफ़ा का ख़रीदार नहीं मिलता
ये मतलब की दुनिया है साहिब
जाओ कि यहाँ प्यार नहीं मिलता-
बहुत चाहते हैं कि ख़ुशियाँ हों हासिल
मगर मुश्किलों से गुज़रना नहीं है…-
ले ही गए सब ज़मीं ओ ज़र जिन्हें चाहिए था,
फ़र्ज़, माँ और ख़ुशियाँ विरासत में मिली मुझे।-