मैं सोचता था कि जिम और बॉडीबिल्डिंग सिर्फ बॉडी बनाने के लिए है ... पर मैं तो बॉडी बनाते - बनाते एक अच्छा इंसान बन गया... लोहा उठाते - उठाते Ego और Arrogance दबता चला गया.. डम्बल उठाते-उठाते Humble होता गया..
छोटी छोटी चीजों की कीमत समझ आने लगी , खासतौर पर समय और एक-एक दानें अनाज की..
हर दिन-रात , हर वर्कआउट , हर डाइट के साथ-साथ Discipline , Patience और self control बढ़ता चला गया...
इन सब के चक्कर में मेरे काफी दोस्त पीछे छूट गए , कई दोस्तो के मजाक का टॉपिक भी बन जाना पड़ता है कभी कभी ... बॉडी बिल्डर , फिटनेस फ्रीक जैसे शब्द सुनने पड़ते है.... कोई- कोई तो अर्थशास्त्री बन के ज्ञान देते है की जिम न जाके अगर महीने की 10000 की SIP कर देते तो आज कम से कम 10 लाख का पोर्टफोलियो होता... 😂😂😂-
देखो भाई हमारा सीधा सा कहना है की कचहरी में वकीलों के हाथ पैर जोड़ने या वकीलों के कहने पर अपनी घरवाली के हाथ पैर जोड़ना, वो भी उस गलती के लिए जिस गलती को तुमने किया ही नहीं...
इससे बेहतर है की समय रहते तुम घर में लठ्ठ उठा लो.. हा ये बात हो सकती है की कुछ लोगो को बुरी लग जाए पर हम सच कह रहे है कि उस इंसान की जिंदगी कुत्ते से बदतर हो जाती है जो इन झमेलों में पड़ जाता है ...
हा एक बात और धोखा दिया नही जाता कभी ये मत सोचो की घरवाली ने धोखा दे दिया बल्कि धोखा मोल लिया जाता है जरूरत से ज्यादा आजादी देकर , और ये आजादी दी जाती है मूर्खों की तरफ भरोसा कर के...
बिल्कुल हो सकता है की ये बात कुछ लोगो को बुरी लग जाए ... पर हमने जिन मर्दों की सुकून से भरी जिंदगी देखी है और आज उन्हें कचहरी में धक्के खाते और देख रहे हैं...
एक बात लिख के रख लो लठ्ठ दवा है रिश्ते चलाने की... हा लठ्ठ उठाओ मत पर खौफ रहना चाहिए...-
जो तुमको Option बनाए , उसको Option बना के ही रखना चाहिए...
जो तुमको choice बनाए उसको सबसे पहले Compulsory बना रखना चाहिए... लेकिन जो दिल से उतर गया तो फिर वो चाहे जो करे...
हा उससे कोई बैर नहीं रखना चाहिए न उसके बारे में गलत बुरा सोचना चाहिए...
कभी कभी दूरियां भी बहुत जरुरी हैं अगर सुकून चाहिए हो तो...
महात्मा गांधी ( पैसे) पर ध्यान दो इंदिरा गांधी पर नही....काम के समय सिर्फ काम करो बाकी समय में जिम जाओ , घर में रहो पेरेंट्स को टाइम दो...
जो उमर जो करने की है वो करो...पैसा कमाओ , कैरियर बनाओ ... और इतना तगड़ा बनाओ की जो तुमको इग्नोर, बेइज्जत कर दिया हो, नीचा दिखा दिया हो... वो जिंदगी भर पछताए की क्या कर दिया ... जो जो आज नीचा दिखा के और छोड़ के तुमको जाएं उन सब को बताओ की पछताया कैसे जाता है....
चाहे जो हो जीवन में दुखी कभी नही होना चाहिए.. गलती चाहे जिसकी भी हो.... प्यार से बातों को खतम करना चाहिए , बातों से प्यार को नहीं...-
तुम अपने घर की स्थिति के परिवर्तन के लिए चुनें गए हो,
जीवन सरल नही होगा ..-